अलर्ट पर हरियाणा के ये 7 जिले, किसान देने जा रहे इस घटना को अंजाम

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हरियाणा व पड़ोसी राज्यों के किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच के ऐलान के बाद प्रदेश के गृह सचिव विजय वर्धन ने सात जिलों के एसपी व डीसी के साथ आपात बैठक की। बैठक में अम्बाला, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र और पंचकूला के जिला उपायुक्तों एवं जिला पुलिस अधीक्षकों ने भाग लिया। बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम ने भी हिस्सा लिया।

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मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस विभाग को सभी आवश्यक कदम उठाने होंगे और सूचनाओं का आदान-प्रदान बेहतर ढंग से करना होगा ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। इसी प्रकार, पीने के पानी, मेडिकल किट, बिजली, टेंट व अन्य सभी मूलभूत सुविधाओं का वैकल्पिक प्रबंध करना होगा।

उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जिलों से समन्वय स्थापित करने के लिए कंट्रोल रूम बनाये जाएं। जिला उपायुक्तों तथा पुलिस अधीक्षकों द्वारा मंडलायुक्तों एवं रेंज पुलिस महानिरीक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करने एवं मिनिट-टू-मिनिट जानकारी गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक तथा मुख्य सचिव कार्यालय में दी जाए।

उन्होंने कहा कि पंजाब से ज्यादा किसानों के दिल्ली जाने की संभावना है, ऐसे में शंभू बार्डर पर विशेष निगरानी रखनी होगी। इसके अलावा घरौंडा, मुंढाल जहां पर अधिक किसानों के एकत्रित होने की संभावना है वहां अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाये। उन्होंने अन्य राज्यों से हरियाणा में आ रहे राजमार्गों पर बहुपरतीय बैरिकेटिंग करने के भी निर्देश दिये।

मुख्य सचिव ने कहा कि पांच राष्ट्रीय राजमार्ग, जो हरियाणा से दिल्ली की ओर जाते हैं, पर पैट्रोलिंग बढ़ानी होगी ताकि आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही बाधित न हो। इसके अलावा, सडकों के अवरूद्ध होने पर यातायात के लिए वैकल्पिक सडक़ों पर मोडऩे की भी व्यवस्था की जाये ताकि यात्रियों एवं जनता को असुविधा न हो। सभी पुलिस अधिकारी जिलों में मौजूद रहें। जहां-जहां किसान एकत्रित होंगे वहां कार्यकारी मजिस्ट्रेट तैनात किये जाएं।

बैठक में विजयवर्धन ने सूचना,जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न प्रचार एवं प्रसार माध्यमों के जरिए आमजन को किसानों के दिल्ली चलो आह्वान के दौरान सजग व सुरक्षित रहने हेतु जागरूक करें। उन्होंने आमजन से अनुरोध किया कि बहुत ही आवश्यक कार्य न हो तो वे दिनांक 25 नवंबर एवं 26 नवंबर को बाहर जाने से बचें ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, गृह विभाग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, सूचना,जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खंडेलवाल, पुलिस महानिदेशक मनोज यादव तथा पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

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