मेडिकल कॉलेज में चल रही थी कमीशनबाजी, कैसे मिल गया इलाहाबाद की ब्लैक लिस्टेड कंपनी को ठेका ?

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यूपी किरण ब्यूरो

गोरखपुर/लखनऊ।। गोरखपुर मेडिकल कालेज में मौतो को लेकर प्रर्चाय की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए प्राचार्य डाँ.राजीव मिश्रा को निलम्बित कर दिया गया। लेकिन सूत्रों की माने तो मेडिकल कालेज में कमीशन का पूरा मामला डां राजीव मिश्रा के पत्नी डां पूर्णिमा शुक्ला के माध्यम से चलता था उनकी पत्नी भी इसी अस्पताल में आयुष डाक्टर हैं।

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आरोप हैं कि डां पूर्णिमा शुक्ला ने आंक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी से 2.50 लाख रूपये बतौर कमीशन मांग की थी।

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सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मार्च 2017 माह में बिना किसी टेंडर के अथवा नोटिस के मोदी केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड का अनुबंध खत्म करके इम्पीरियल कंपनी जो कि इलाहाबाद की है उससे सिलेंडर लेना शुरू कर दिया गया। बताया जा रहा है कि इम्पीरियल कंपनी ब्लैक लिस्टेड है।

फोटोः फाइल

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