जिले के बैंकों का गैर-जिम्मेदाराना रवैया, नही करवा पा रहे उपभोक्ताओं से सोशल-डिस्टेंसिंग का अनुपालन

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रिपोर्ट: सौरभ चतुर्वेदी
अम्बेडकरनगर।। विश्व के अधिकांश देश आज के समय में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी निजात पाने के लिए जंग लड़ रहे हैं। वहीँ अम्बेडकरनगर भी इस महामारी से जूझते हुए जद्दोजहद में जुटा हुआ है। पिछले दिनों लगातार अम्बेडकरनगर में कई मकानों को होम क्वरन्टीन किया गया और संदिग्धों को मेडिकल काॅलेज में भी क्वरेन्टीन किया गया।

वहीँ शुक्रवार को करीब 11 बजे एक ऐसी तस्वीर सामने आयी जो कि लाॅकडाउन के नियमों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन कर रही थीं। तस्वीर का परिचय बताते चलें जिला मुख्यालय स्थित शहजादपुर के इलाहाबाद बैंक के सामने की तस्वीर है जहां पर साफ देखा जा सकता है कि बैंक के उपभोक्ता किस प्रकार बिना सोशल डिस्टेन्सिंग मेनटेन किये हुए कतार में बैंक में प्रवेश करने के खड़े हैं। इस बावत सवाल यह खड़ा होता है कि इसका जिम्मेदार कौन है, बैंक प्रशासन अथवा पुलिस प्रशासन?

एक तरफ जहां पुलिस के जवान आलाधिकारियों समेत दिन-रात एक करके लाॅकडाउन को सफल बनाने हेतु प्रयासरत हैं वहीं दूसरी ओर जनमानस ही साथ नही दे रही है, प्रशासनिक सख्ती भी बरती जा रही है। ऐसे में बैंक कर्मचारियों को ही ध्यान देना चाहिए कि अपने ग्राहकों की सामाजिक दूरी बनवायें। एक तरफ जहां शहजादपुर चैकी के अन्तर्गत आने वाले इलाहाबाद बैंक का यह आलम देखा गया, तो वहीं दूसरी ओर कसबा चैकी अन्तर्गत स्थित स्टेट बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, मुख्य डाकघर, एवं आन्ध्रा बैंक में सामाजिक दूरी बनी हुयी दिखाई पड़ी।

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कस्बा चैकी प्रभारी चन्द्रभान सिंह यादव ने बताया कि हमारी पूरी पुलिस टीम अपने चैकी क्षेत्र दिन-रात गस्त कर रही है। जरूरत पड़ने पर सख्ती भी प्रयोग की जा रही है, लोगों को समझाया भी जा रहा है, और फिर भी न मानने वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी जा रही है, जिसकी वजह से कस्बा क्षेत्र के क्षेत्रवासियों द्वारा लाॅकडाउन का पालन भी किया जा रहा है।

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