अजब-गजब ।। कहते हैं किसी की जान बचाने वाला इंसान भगवान से कम नहीं होता, लेकिन इस बात पर तब यकीन करना और भी मुश्किल हो जाता है जब कोई अपनी आखिरी सांस लेते समय यह काम कर जाए।
यूं तो डॉक्टरों को धरती पर भगवान के रूप में जाना जाता है। लेकिन हम जिस शख्स की बात कर रहे हैं वो एक आम इंसान है। बता दें कि, एक युवक ने दुनिया से अलविगा लेते समय 5 लोगों की जान बचा ली, इस शकस के इस कदम के चलते डॉक्टरों के उसे भगवान का भेजा हुआ दूत बताया।
जानकारी के लिए बता दें कि, एक ब्रेन डेड युवक की मौत सरिता विहार स्थित अपोलो हॉस्पिटल में हुई। 30 साल की उम्र का यह शख्स किसी को दिल, किसी को अपनी किडनी, किसी को अपनी आंख जैसे शरीर के 5 अंग दान कर गया।
जानकारी के लिए बता दें कि, अपोलो अस्पताल में भर्ती इस ब्रेन डेड शख्स ने 5 लोगों को अपने अलग-अलग अंग दान कर पांच लोगों की ज़िंदगी बचाई। बता दें कि, इस युवक का दिल सुखदेव विहार स्थित फोर्टिस एस्कोर्ट अस्पताल में भर्ती एक 35 युवक में प्रत्यारोपित किया गया। और एक लिवर और किडनी अपोलो में भर्ती एक मरीज़ को मुहैया कराए गए।
वहीं इस शख्स ने अपनी आंखें दान करके एक युवक की ज़िंदगी भी रोशन कर दी। कितना अच्छा लगता है जब कोई अपनी ज़िंदगी के बदले किसी और को जीवन दान दे जाए। शायद इसी को ही तो मर कर भी अमर होना कहते हैं।