शादी करने के लिए देनी होगी लिखित परीक्षा, जानिए क्या है मामला

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उत्तर प्रदेश ।। आखिर आ ही गया वह समय। जी हां आप सोच रहे होंगे कि अच्छे दिन आ गए हैं। लेकिन यह समय कुछ खास ही अच्छा है। आपने परीक्षा दी होगी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की, इसके बाद प्रोफेशनल कोर्स करने के बाद नौकरी के लिए परीक्षा और इंटरव्यू। लेकिन क्या आपने सुना है दूल्हा बनने के लिए भी परीक्षा और इंटरव्यू देना पड़ा हो।

यह बिल्कुल सच है। आइए जानते हैं कि कहां दूल्हा बनने के लिए परीक्षा दी गई और क्या हुआ। फिलहाल नवरात्र में राजधानी के मोतीनगर स्थित राजकीय पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन परिसर में शहनाई बजेगी। 15 अक्टूबर को महानगर के कल्याण मंडप में सभी 31 युवतियां चुने गए युवकों के साथ विवाह बंधन में बंधेंगी।

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राजधानी लखनऊ में दूल्हा बनने के लिए एक परीक्षा हुई जिसका रिजल्ट बीते महीने घोषित किया गया। बतादें कि राजधानी लखनऊ के राजकीय पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन में रहने वाली युवतियों से शादी के लिए आवेदन मांगे गए थे। दूल्हे के लिए 250 युवाओं ने आवेदन किया था। आवेदन के बाद इन सभी युवाओं की जिला प्रशासन की तरफ से परीक्षा ली गई।

परीक्षा लेने के बाद इंटरव्यू भी दिया गया। दोनों प्रक्रिया से गुजरने के दौरान 209 युवा यानी दूल्हे बनने वाले आवेदक फेल हो गए। केवल 31 युवा ही पास हो सके, जिन्हें शादी के लिए चुना गया। राजकीय पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन की अधीक्षिका मंजू वर्मा की मानें तो विवाह के लिए कुल 250 युवकों ने आवेदन किए थे, लेकिन इनमें से 209 परीक्षा में सफल नहीं हो सके केवल 31 ही युवा दूल्हे के लिए चुने गए। जिला प्रशासन और एलआईयू जांच के बाद सभी 31 युवा को शादी के योग्य पाया गया।

बुधवार से शादी की तैयारियां शुरू हो जाएंगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी केएस मिश्रा ने बताया कि सामूहिक शादी के लिए अनुदान की व्यवस्था की जा रही है। सभी युवतियों के खाते में 20 हजार रुपये की रकम भेजी जाएगी और 10 हजार रुपये का घरेलू सामान दिया जाएगा। पांच हजार शादी समारोह में खर्च होंगे। यह सामूहिक विवाह जिला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा।

राजकीय पाश्चात्यवर्ती देखरेख संगठन में 18 वर्ष से ऊपर वाली सभी बेसहारा युवतियों को रखा जाता है। राजकीय बालगृह (बालिका) मोतीनगर में रहने वाली ऐसी बालिकाएं जिनकी उम्र 18 वर्ष हो जाती है उन्हें यहां स्थानांतरित कर दिया जाता है। अन्य जिलों से भी युवतियां यहां भेजी जाती हैं।

यहां चयन की प्रक्रिया अलग है। जिला प्रशासन के माध्यम से महिला कल्याण विभाग शादी के लिए युवाओं से फोटोयुक्त आवेदन मांगता है। उसके बाद आवेदन की जांच की जाती है। जांच के बाद विभाग उनका इंटरव्यू लेता है। इंटरव्यू में जो युवा पास हो जाते हैं उनके परिवार के लोगों और लड़की की सहमति पूछी जाती है। जब सहमति मिल जाती है तो उसके बाद ही विवाह का निर्णय लिया जाता है।

फोटो- फाइल

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