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भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज मनोज तिवारी ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने अपना आखिरी मैच ईडन गार्डन्स मैदान पर बिहार के खिलाफ खेला था। ईडन गार्डन्स में आखिरी मैच खेलने का मौका मिलने पर मनोज तिवारी ने खुशी जताई। हालांकि, रिटायरमेंट के बाद मनोज तिवारी ने कुछ पटाखे फोड़े हैं, जिससे देखा जा सकता है कि खेल जगत में उत्साह बढ़ गया है। रिटायरमेंट के बाद बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी ने अपने करियर में असफलता के लिए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान धोनी को जिम्मेदार ठहराया है।

मनोज तिवारी ने धोनी से पूछा सवाल

उन्होंने कहा कि मैं महेंद्र सिंह धोनी से पूछना चाहता हूं कि मुझे टीम से बाहर क्यों किया गया? भले ही मैंने पिछले मैच यानी वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक लगाया था, लेकिन धोनी ने मेरे बारे में नहीं सोचा। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोई भी रन नहीं बना रहा था। न तो विराट कोहली, न ही रोहित शर्मा और न ही सुरेश रैना रन बना रहे थे। फिर भी उन्हें रखा और मुझे बाहर का रास्ता दिखा दिया। धोनी ने ऐसा क्यों किया? मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। लेकिन मैं धोनी से पूछना चाहता हूं कि शतक लगाने के बाद मुझे टीम से बाहर क्यों कर दिया गया?

एक शतक के बाद भी मुझे निरंतर 14 मैचों तक इंतजार क्यों कराया गया? मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने के बावजूद मुझे ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए क्यों नहीं चुना गया? ये सवाल मनोज तिवारी ने अपने रिटायरमेंट के बाद सोमवार को न्यूज 18 से बात करते हुए पूछा है। जब भी मौका मिले मैं उनसे सुनना चाहता हूं। मनोज तिवारी ने ये कहकर धोनी को सकते में डाल दिया है कि मैं ये सवाल जरूर पूछूंगा।

इस बीच युवराज सिंह ने घरेलू क्रिकेट में काफी मेहनत की जिसके बाद भारतीय चयनकर्ताओं ने उन्हें तरजीह दी। तो मेरे साथ अलग व्यवहार क्यों किया गया?

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