देश को आजाद हुए 76 साल होने के बावजूद भी आज भारत में कई ऐसे क्षेत्र हैं जो आज भी अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला अल्मोड़ा जिले में लमगड़ा ब्लॉक के तीन गांव से सामने आया है जो आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। अल्मोड़ा जिले के विकासखंड लमगड़ा के तीन गांव के ग्रामीण आज भी सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी सुविधाओं से मरहूम है।
आपको बता दें कि ग्रामीण कई बार मांग सड़क और अन्य मूलभूत सुविधाओं की कर चुके हैं, लेकिन ऐसे में विधायक और सांसद ने क्षेत्र का जायजा लेना भी जरूरी नहीं समझा। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक लमगड़ा के नैनी, जीपलटा और कोकिला गांव में 600 से अधिक आबादी सड़क से वंचित है। ग्रामीण कई किलोमीटर की दूरी तय कर मुख्य मार्ग जल्ला और मधुरा तक पहुंचते हैं।
वहीं मरीजों को भी डोली कुर्सी या चारपाई के सहारे आठ किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक लाया जाता है। इतना ही नहीं बल्कि शिक्षा ग्रहण करने के लिए भी बच्चों को 10 किलोमीटर पैदल चलकर लमगड़ा पहुंचना पड़ता है और ऐसे में ग्रामीणों की ओर से स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र की मांग की जा रही है। लेकिन कोई भी इन ग्रामीणों की समस्या सुनने को तैयार नहीं है।
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