चंद्रयान थ्री ने चांद के साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कर इतिहास रच दिया। ऐसा करने वाला विश्व में भारत पहला देश है। हालांकि इससे पहले कई देशों ने चांद पर कदम रखा है, मगर दक्षिणी ध्रुव पर केवल भारत ने ही जीत का परचम लहराया है। इस मिशन से देशवासियों को कई उम्मीदें हैं। चंद्रयान तीन ज्यादा दिन तक चांद पर कई तरह की खोज करेगा। मगर लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या चौथा दिन खत्म हो जाएगा। चंद्रयान तीन क्या चंद्रयान तीन 14 दिन बाद भी कार्य कर सकता है? कैसे बढ़ी चंद्रयान 3 की जिंदगी? दरअसल 14 दिनों के बाद चंद्रमा पर रात हो जाएगी और वहां का टेम्परेचर काफी बढ़ जाएगा।
जानकारी के मुताबिक विक्रम और प्रज्ञान केवल धूप में ही काम कर सकते हैं। इसलिए कहा जा रहा है कि 14 दिन के बाद वो निष्क्रिय हो जाएंगे। मगर इसरो के साइंटिस्टों का ये भी मानना है कि 14 दिन बाद फिर से सूरज के निकलने पर विक्रम और प्रज्ञान फिर से एक्टिव हो सकते हैं। यानि साफ है कि 14 दिन तक यदि विक्रम और प्रज्ञान रहे तो उसमें एक ऐसा उपकरण लगा हुआ है जिससे वो सूरज की रौशनी से फिर से वापस काम कर सकते हैं। ये भारत के लिए मील का पत्थर भी साबित हो सकता है।
वही इंसान निरंतर चांद पर बस्तियां बसाने की बात करता है। कई बार खबरे आती हैं कि चांद पर जमीन कितनी महंगी बेची गई है या चांद पर इंसानी कॉलोनियां बन रही है। ये सब भविष्य की लड़ाई है और इसके लिए ही दुनिया भर की कई स्पेस एजेंसियां अपना सब कुछ छोड़े हुए है।
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