अजब-गजब।। पेट के निचले हिस्से में दर्द होना औरतों के लिए एक आम सी बात है। 12 से 14 साल की उम्र के बाद और मीनोपोज से पहले तक लगभग हर महिला ऐसे दर्द से गुजरती ही है। शायद इसीलिए असल परेशानी का पता तब चलता है जब देर हो चुकी होती है। कई बार ज्यादा देर तक बैठे रहने से भी ये परेशानी हो सकती है। पेल्विक कन्जेशन सिंड्रोम (PCS) आज विश्वभर औरतों को होने वाली परेशानी में नंबर एक पर है।
यदि आपको पेट के निचले हिस्से में दर्द बीते 6 महीने से महसूस हो रहा है तो ये नॉर्मल नहींपेल्विक कन्जेशन सिंड्रोम (PCS) की वजह से हो सकता है। इस दर्द की कई वजहें हो सकती हैं। यह प्रॉब्लम आमतौर पर युवा लड़कियों में देखी जा रही है। पेल्विक कन्जेशन सिंड्रोम को पेल्विक वेन इनकॉम्पिटेंस या पेल्विक वेन इनसफिशियंसी भी कहा जाता है।
ये पेन (दर्द) लोअर अब्डोमन में होता है और खड़े होने पर बढ़ने लगता है। पेल्वि क कन्जेशन सिंड्रोम, थाई, हिप्स और वेजाइना की वैरि*कोज वेन्स से जुड़ा होता है, ये नसें जब खिंचने लगती हैं तो दर्द तेज होने लगता है। वो महिलाएं जो मां बन चुकी हैं और अभी युवा है उन्हें ये प्रॉब्लम अधिक परेशान करती है।
इसकी एक वजह इस दर्द को नजरअंदाज करना भी है, महिलाएं इस आयु में फिट होती हैं तो वो इस दर्द को सामान्य दर्द की तरह ट्रीट करती हैं और इलाज में देरी कर देती हैं। शोध के अनुसार, पेल्विक कन्जेशन सिंड्रोम (PCS) होने के अभी तक कोई ठोस वजहें सामने नहीं आई हैं। हार्मोनल इम्बैलेंस को ही डॉक्टर इसकी वजह मानकर चलते हैं। ऐसा स्त्री के बॉडी में तब भी होता है जब उनका वजन बढ़ रहा हो या लाइफस्टाइल में बदलाव आए हों।
20 से 45 आयु वर्ग की स्त्रियां इस परेशानी की शिकार होती हैं। प्रेग्नेंसी के वक्त हार्मोन चेंजेस, वेट गेन होने और पैल्विक एरिया की संरचना बदलने से नसों पर दबाव पड़ता है और ये खिंचने के कारण कमजोर हो जाती हैं। महिलाओं की बॉडी में अंडाशय की शिराएं फैलने से वॉल्व पूरी तरह से क्लोज नहीं हो पाते और इनसे खून बहकर नसों में आने लगता है। इस वजह से पेल्विक क्षेत्र में खून की मात्रा बढ़ जाती है। पेल्विक कन्जेशन सिंड्रोम नाभि के नीचे और हिप्स के बीच में होता है।