नई दिल्ली॥ Shaheen bagh के प्रदर्शन के दौरान 120.5 करोड़ रु ऐसी 73 बैंक शाखाओं में जमा कराए गए थे, जिनका संचालन प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर पीएफआई के हाथ में है। अधिकांश खातों में नकद जमा कराया है। दिल्ली हिन्सा की जांच कर रही स्पेशल सेल अब कई राजनेताओं से पूछताछ कर सकती है। इसके लिए पुलिस पुख्ता सबूत जुटा रही है।
अभी तक की जांच में सामने आया कि एक राजनीतिक पार्टी के मौजूदा सांसद और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के अध्यक्ष मोहम्मद परवेज अहमद के बीच कई बार बातचीत हुई है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि उक्त सांसद की निजी बैठक के अलावा फोन कॉल और व्हाट्सएप पर भी बातचीत हुई है।
सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हिन्सा से पहले और उसके दौरान भी इन लोगों के बीच संपर्क होने की बात सामने आई है। इसके अलावा एक राष्ट्रीय पार्टी के पूर्व सांसद और दूसरे कई नेताओं का नाम भी मोहम्मद परवेज अहमद के साथ जुड़ता दिख रहा है। आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस ऐसे सभी नेताओं को पूछताछ के लिए समन भेजने की तैयारी कर रही है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार सुबह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के अध्यक्ष मोहम्मद परवेज अहमद और सचिव इलियास को गिरफ्तार किया है। इन दोनों की गिरफ्तारी Shaheen bagh में चल रहे विरोध प्रदर्शन को उकसाने और कई तरह की मदद पहुंचाने एवं भड़काऊ सामग्री का प्रसार करने के चलते हुई है।
जांच में सामने आया कि कथित तौर पर पीएफआई के जरिए Shaheen bagh में प्रदर्शनकारियों को फंड मुहैया कराया गया है। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों से पहले पीएफआई के एक अन्य सदस्य दानिश अली को भी गिरफ्तार किया गया था। अली पर आरोप है कि वह Shaheen bagh के प्रदर्शन में खाना और पैसे बांटने की जिम्मेदारी संभाले हुए था।
अधिकांश खातों में नकद जमा कराया है। जांच में बात सामने आई है कि जो कैश जमा हुआ है, उसका एक तिहाई हिस्सा पीएफआई के Shaheen bagh स्थित मुख्यालय में रखा था। पीएफआई के मोहम्मद परवेज अहमद, भीम आर्मी टॉप-100 जैसे व्हाट्सएप ग्रुप से भी जुड़े रहे हैं।