नई दिल्ली ।। म्यामांर से मलेशिया देश जा रहे कम से कम 32 रोहिंग्या मुस्लिमों की समुद्र में भूख से तड़प-तड़पकर मौत हो गई। बांग्लादेश के तटरक्षक बल ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिमों का विमान मलेशिया नहीं पहुंच पाया जिसके कारण ये लोग कई सप्ताह तक समुद्र में भटकते रहे। उन्होंने बताया कि 396 लोगों को बचा लिया गया है। इसमें से बड़ी संख्या में ऐसे लोग थे जिन्होंने 14 दिनों से कुछ नहीं खाया था।
अफसर ने कहा कि ये रोहिंग्या मुस्लिम करीबन 2 महीने से समुद्र के भीतर थे और भूख से तड़प रहे थे। अफसर ने बताया कि ‘अंतिम फैसला’ ये लिया गया कि बचाए गए लोगों को पड़ोसी म्यामांर भेजा जाएगा। कोस्टगार्ड ने पहले कहा था कि 382 लोगों को बचाया गया है, लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि टोटल 396 लोगों को बचाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, बचाए गए लोगों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं। इनमें से कई लोगों की स्थिती इतनी खराब हो गई थी कि उनकी केवल हड्डियां नजर आ रही थीं। कई ऐसे भी थे जो खड़े नहीं हो पा रहे थे। एक शरणार्थी ने बताया कि उनके समूह को मलेशिया ने 3 बार वापस भेज दिया और एक बार तो विमान के ऊपर ही चालक दल और यात्रियों के बीच झगड़ा हो गया।
दरअसल, म्यामांर रोहिंग्या मु्स्लिमों को अपना नागरिक नहीं मानता है। इसी वजह से उन्हें नौकरियों, स्वास्थ्य और शिक्षा में बहुत सी चीजों को लेकर भेदभाव का सामना करना पड़ता है। वहां अभी भी हिंसा का दौर जारी है।