तीन माह में 35 बच्चों को मिला जीवनदान, यहां रखा जा रहा अति कुपोषित बच्चों का ध्यान

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महराजगंज। तीन माह में पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती 35 बच्चों को जीवनदान मिला है। अति कुपोषित बच्चों को सेहतमंद बनाने के लिए पोषण पुनर्वास केन्द्र ( एनआरसी) अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है। जिला संयुक्त चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. एके राय का कहना है कि इस साल अगस्त से अक्टूबर के बीच तीन माह में एनआरसी में कुल 44 बच्चे भर्ती कराए गए थे जिसमें 35 बच्चे स्वस्थ होकर अपने घर चले गए और नौ बच्चे उपचाराधीन हैं।

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एनआरसी में भर्ती तीन साल की अमृता और 59 माह के अनुराग की माँ मिठौरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत पनेवा पनेई निवासीनी ललिता ने बताया कि उनके दोनों बच्चों की सेहत में सुधार हो रहा है। ललिता ने बताया कि उनके दोनों बच्चों के सेहत को देखकर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आरती ने कई बार कहा कि दोनों बच्चे बहुत कमजोर है। उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र (एनआरसी) में भर्ती करवाने की सलाह भी दी और बताया कि ऐसा करने से बच्चे स्वस्थ हो जाएंगे। रहने खाने की सुविधा निःशुल्क मिलेगी।

ललिता ने आरती की बात पर पहले वह ध्यान नहीं दिया। जब बच्चों की स्थिति और खराब होने लगी तो बीते 11 नवम्बर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ एनआरसी आयीं। दोनों बच्चों को भर्ती करायीं। अब दोनों बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आने लगी है। बच्चों के साथ उन्हें भी केन्द्र पर ही नाश्ता और भोजन निःशुल्क मिलता है।

ग्राम पंचायत गिरहिया निवासीनी माया देवी ने बताया कि वह अपने बेटे पवन ( साढ़े चार साल) को आशा कार्यकर्ता शांति देवी के कहने पर एनआरसी में पिछले माह अक्टूबर में भर्ती करा कर इलाज करायीं थी। बच्चा ठीक हो गया है लेकिन अभी उसके पेट में कुछ गड़बड़ी बनी रहती है। बच्चे की दवा कराई जा रही है। इसी प्रकार घुघली ब्लॉक के ग्राम पंचायत परसा गिदही के जितेन्द्र (3) व नीतीश (4) तथा सदर ब्लॉक के ग्राम पंचायत धनेवा धनेई निवासी बेहद कमजोर गौतम (6माह) भी एनआरसी में दवा कराकर ठीक हो गए।

सितम्बर में सुपोषित हुए थे 20 बच्चे

एनआरसी की डायटीशियन पूजा त्रिपाठी ने बताया कि बीते अक्टूबर माह में एनआरसी में कुल 20 बच्चे भर्ती कराए गए थे जिसमें से दो बच्चे ओपीडी, दो स्वयं तथा 16 बच्चे आशा व आंगनबाड़ी के माध्यम से लाए गए। सभी 14 दिन तक नियमित रहे और उनका इलाज किया गया। सभी बच्चे सुपोषित होकर घर लौटे।सितम्बर माह में भर्ती मधुबाला, मधु, आसमां, सालू, सुग्गी, दिपांशी, वंदना, सूरज, अनिष्का, दिवाकर, कृष्णा, कतवारू, पिंकी, आयूष, साक्षी सहित भर्ती कुल 20 बच्चे ठीक होकर घर लौटे।

पोषण पुनर्वास केन्द्र पर मिलती हैं ये सुविधाएं

  • एनआरसी में योग्य बच्चों को निःशुल्क भर्ती किया जाता है।
  • बच्चे को निःशुल्क खाने की व्यवस्था चिकित्सक की सलाह के अनुसार दी जाती है।
  • एआरसी में भर्ती बच्चे की माँ/ परिजन को निःशुल्क आहार उपलब्ध कराया जाता है।
  • 102 एंबुलेंस से बच्चे को लाने और छोड़ने की निःशुल्क सुविधा दी जाती है।
  • बच्चे को आवश्यक दवाएं निःशुल्क दी जाती हैं।
  • भर्ती के दौरान बच्चे की माँ को 50 रुपये रोज के हिसाब से दैनिक भत्ता दिया जाता है।
  • आशा या आंगनबाड़ी यदि भर्ती होने योग्य बच्चे को साथ लाती है तो उसे 50 रूपये प्रतिपूर्ति की राशि दी जाती है।
  • आशा या आंगनबाड़ी द्वारा डिस्चार्ज के बाद बच्चे का चार फॉलोअप करने पर अतिरिक्त 100 रुपये प्रति बच्चा दिया जाता है।
  • बच्चे को फॉलोअप के लिए लाने पर मां को एक दिन की दैनिक भत्ता 100 रूपये एवं बच्चे को खाने के लिए अतिरिक्त 40 रूपये प्रति बच्चा दिया जाएगा।
  • बच्चे को चिकित्सक की सलाह के बिना बच्चे को घर ले जाने पर कोई धनराशि देय नहीं होगी।
  • किसी शिकायत के लिए चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से संपर्क करेंया टोल फ्री नंबर 18001801900 पर दर्ज कराएं।
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