यूरोपीय यूनियन से अब एक देश कम हो गया है, जिसके बाद कई चीज़ो में बदलाव नज़र आएंगे। आपको बता दें कि यूरोपीय यूनियन (संघ) में 47 सालों तक रहने के बाद ब्रिटेन यानी यूके ने अपनी अलग राह चुन ली। जिससे कई लोग नाराज़ भी थे लेकिन बता दें कि ब्रिटेन अधिकतर जनता इस फैसले के समर्थन में खड़ी थी.
आपको बता दें कि अलग होने के बाद डाउनिंग स्ट्रीट ने राष्ट्र के नाम जॉनसन के संबोधन का बयान जारी किया। इसमें जॉनसन ने कहा कि यह बदलाव का पल है। सरकार के तौर पर हमारा काम इस देश को एकजुट रखना और इसे आगे ले जाना है। सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि आज की रात कोई अंत नहीं बल्कि एक नई शुरूआत का समय है।
दरअसल, 28 देशों के इस समूह से अलग होने के लिए वर्ष 2016 में ब्रेक्जिट पर जनमत संग्रह कराया गया था। इस तरह ब्रेक्जिट शुक्रवार को रात 11 बजे अस्तित्व में आया। बता दें कि ब्रक्जिट से पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित भी किया। इसके बाद अब ब्रिटेन आधिकारिक रूप से यूरोपीय यूनियन से बाहर हो गया है.
दरअससल, कंजरवेटिव पार्टी के नेता जॉनसन पिछले साल ब्रेक्जिट कवायद को आखिरी मुकाम तक पहुंचाने के संकल्प के साथ देश के प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने इसे देश की नई शुरूआत के लिए ऐतिहासिक पल बताया है ।
एकजुटता के संदेश के साथ जॉनसन ने उत्तरी इंग्लैंड के संडरलैंड में अपने मंत्रिमंडल की बैठक की। सबसे पहले इसी शहर ने जून 2016 में ईयू से बाहर निकलने को समर्थन देने की घोषणा की थी। साल 1973 में यूरोपीय संघ में शामिल हुआ ब्रिटेन ने 47 साल बाद इस समूह को अलविदा दिया। इस तरह, अब ईयू 27 देशों वाला समूह हो गया।