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Himachal rains: हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ ने तबाही मचा दी है। बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में कई घर, पुल और सड़कें बह गईं। शिमला के रामपुर क्षेत्र के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद एनडीआरएफ की टीम बचाव अभियान चलाती हुई।

राज्य में बादल फटने की कई घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 50 लोग लापता हैं। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि इन घटनाओं के कारण कई घर, पुल और सड़कें नष्ट हो गई हैं। कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाना, मंडी के पधर और शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने की घटनाएं हुईं।

स्थानीय मौसम कार्यालय ने गुरुवार को कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा, गरज के साथ तूफान और बिजली गिरने का "रेड अलर्ट" जारी किया है।

बुधवार रात श्रीखंड महादेव के पास बादल फटने से सरपारा, गानवी और कुर्बन नदियों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे शिमला जिले के रामपुर उपमंडल में समेज खड्ड का जलस्तर बढ़ गया।  

चंबा के चुराह विधानसभा क्षेत्र के राजनगर में भूस्खलन के बाद शिमला-जुन्गा मार्ग बंद हो गया है, मलबे में कई वाहन फंसे होने की खबर है। इसके अलावा, हमीरपुर जिले में भी सड़क अवरोधों की खबर है। भूस्खलन के कारण पेड़ गिरने से सड़क किनारे खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचा।

मंडी के राजबन के टिक्कन में बादल फटने से कई लोग लापता। बचाव कार्य जारी। मंडी जिले के पधर उपखंड के तेरांग के पास राजबन गांव में बुधवार रात बादल फटने से तीन लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने बताया कि दो घर बह गए और एक अन्य को नुकसान पहुंचा है।

अधिकारियों ने बताया कि चंडी देवी (75), चैत्री देवी (90) और बैजरू राम (80) के शव बरामद कर लिए गए हैं और एक घायल व्यक्ति (25 वर्षीय राम सिंह) को गंभीर हालत में बचा लिया गया है।

बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई और करीब 30 लोग लापता हैं। बचाव दल ने चार लोगों को बचा लिया है। सड़कें क्षतिग्रस्त होने के कारण बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है।
 

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