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Up Kiran, Digital Desk: रेल यात्राएं अक्सर किस्सों से भरी होती हैं, लेकिन कुछ लम्हे ऐसे भी होते हैं जो जीवनभर के लिए याद बन जाते हैं। ऐसा ही एक अविश्वसनीय और भावुक कर देने वाला मामला सामने आया हावड़ा एक्सप्रेस से, जब एक महिला यात्री ने चलती ट्रेन में बच्ची को जन्म दिया।
यह घटना हरिद्वार और ऋषिकेश के बीच की है। जानकारी के मुताबिक, महिला अपने माता-पिता और अन्य परिजनों के साथ पूर्वांचल के आज़मगढ़ जिले से ऋषिकेश लौट रही थी। यात्रा सामान्य चल रही थी, लेकिन जैसे ही ट्रेन हरिद्वार स्टेशन से आगे बढ़ी, अचानक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
हालात नाजुक थे क्योंकि स्टेशन पीछे छूट चुका था और मदद पहुंचने में वक्त लग सकता था। लेकिन महिला की मां ने जिस सूझबूझ से स्थिति को संभाला और कोच में मौजूद सहयात्रियों ने जिस तरह तत्काल सहायता दी, वह इंसानियत और एकजुटता की मिसाल है। यात्रियों ने बिना देर किए 108 एंबुलेंस सेवा को फोन कर सूचना दी, ताकि अगली सुविधा उपलब्ध होते ही मां और नवजात को चिकित्सकीय देखरेख मिल सके।
ट्रेन के भीतर ही महिला ने बच्ची को जन्म दिया। जैसे ही ट्रेन अगली बड़ी जगह पर रुकी, एंबुलेंस की टीम पहुंची और मां-बच्ची दोनों को नजदीकी राजकीय अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों स्वस्थ और सुरक्षित हैं।
परिजनों ने बताया कि वे हरिद्वार रोड स्थित सर्वहारा नगर के निवासी हैं और किसी पारिवारिक कार्यवश अपने गांव आज़मगढ़ गए थे। वापसी में यह असाधारण अनुभव उनकी यात्रा का हिस्सा बन गया।
इस पूरी घटना ने न सिर्फ ट्रेन में मौजूद यात्रियों को भावुक किया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि कैसे संकट की घड़ी में अनजान लोग भी अपनों की तरह मदद के लिए आगे आ जाते हैं।
जिंदगी जब रास्ते में आती है, तो जगह मायने नहीं रखती। हावड़ा एक्सप्रेस की यह यात्रा अब सिर्फ गंतव्य तक पहुंचने की कहानी नहीं रही, बल्कि एक नई जिंदगी के स्वागत की कहानी बन गई।
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