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Up Kiran, Digital Desk: बिहार के गया ज़िले में एक भयावह घटना सामने आई है। होमगार्ड भर्ती परीक्षा में भाग ले रही एक महिला के साथ चलती एम्बुलेंस में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया। शारीरिक परीक्षा के दौरान बेहोश होने के बाद पीड़िता के साथ यह घटना 24 जुलाई को बोधगया के पास हुई। भर्ती परीक्षा के दौरान बेहोश हो गई पीड़िता को एम्बुलेंस में अस्पताल ले जाया जा रहा था। चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़िता ने आरोप लगाया है कि रास्ते में ड्राइवर और उसमें सवार तकनीशियन ने उसका यौन उत्पीड़न किया।

गया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में एक विशेष जाँच दल का गठन किया। सबूत इकट्ठा करने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया वही आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज से अपराधियों की पहचान करने में मदद मिली।

रिपोर्ट दर्ज होने के दो घंटे के भीतर ही आरोपी एम्बुलेंस चालक विनय कुमार और तकनीशियन अजीत कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी करा दिया गया है।

सुपौल में पारिवारिक कलह खूनी संघर्ष में तब्दील

सुपौल ज़िले में एक अलग मगर उतनी ही परेशान करने वाली घटना में एक स्कूल प्रिंसिपल समेत एक ही परिवार के तीन सदस्यों को उनके रिश्तेदार ने संपत्ति विवाद में गोली मार दी। आरोपी चंदन कुमार राम ने छातापुर थाना क्षेत्र के माधोपुर पंचायत के वार्ड 4 में अपने दो बड़े भाइयों और एक भतीजे पर कथित तौर पर गोलियां चलाईं।

घायलों में सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक 42 वर्षीय सुनील राम उनके भाई 45 वर्षीय सुशील राम और भतीजे गुड्डू राम शामिल हैं। सुनील राम के पेट में गोली लगने से गंभीर चोट आई है और शुरुआत में उनका इलाज छातापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ जिसके बाद उन्हें सुपौल के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया है और इस भयावह हिंसा के पीछे की पूरी मंशा का पता लगाने के लिए जाँच जारी है। दोनों ही मामलों ने पूरे बिहार को झकझोर कर रख दिया है और जन सुरक्षा कानून प्रवर्तन और क्षेत्र में हिंसक अपराधों की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

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