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Up Kiran, Digital Desk: डोनाल्ड ट्रंप, जो अपने बेबाक और दमदार अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्यों इज़राइल उन्हें अपना सबसे बड़ा और सच्चा दोस्त मानता है। सोमवार को इज़राइल की संसद 'नेसेट' में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जो इतिहास में शायद ही कभी देखा गया हो। जैसे ही ट्रंप ने भाषण देने के लिए पोडियम पर कदम रखा, पूरा का पूरा सदन अपनी सीटों से खड़ा हो गया और तालियों की ज़ोरदार गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया।

यह सिर्फ़ एक स्वागत नहीं था, यह उस नेता के प्रति इज़राइल का सम्मान था, जिसके प्रयासों से हमास की कैद से उनके बंधक आज़ाद होकर अपने घर लौटे थे।

“उन दरिंदों को कुचल दो!” संसद में गरजे ट्रंप

उस भावुक माहौल में जब आज़ाद हुए बंधक अपने परिवारों से मिल रहे थे, ट्रंप ने एक ऐसा भाषण दिया जिसने हर इज़राइली का दिल जीत लिया। उन्होंने हमास को "दरिंदा" (barbarians) करार देते हुए कहा कि ऐसी ताकतों को पूरी तरह से कुचल देना ही एकमात्र रास्ता है।

ट्रंप ने अपने भाषण में साफ़ कहा, "जब मैं राष्ट्रपति था, तो हमने अब्राहम समझौते के ज़रिए शांति की एक नई शुरुआत की थी। लेकिन जहाँ शांति होती है, वहाँ हमेशा कुछ शैतानी ताकतें भी होती हैं। हमास उन्हीं शैतानी ताकतों का प्रतीक है।"

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इज़राइल को अपनी रक्षा करने का पूरा हक़ है और अमेरिका हमेशा उसके साथ एक चट्टान की तरह खड़ा रहेगा। ट्रंप के इस भाषण को इज़राइली सांसदों ने न सिर्फ़ सराहा, बल्कि बार-बार खड़े होकर तालियां बजाईं। यह नज़ारा दुनिया भर में अमेरिका-इज़राइल की दोस्ती की एक नई मिसाल बन गया है।