
Up Kiran, Digital Desk: सुंदरकांड का पाठ हममें से कई लोग करते हैं या सुनते हैं। इसकी हर चौपाई में एक गहरा मतलब छिपा है। आज हम एक ऐसी ही चौपाई की बात करेंगे जो हमें सिखाती है कि जब जीवन में चारों तरफ निराशा हो, तो उम्मीद की एक छोटी सी किरण भी बहुत होती है।
यह चौपाई है: "तब देखि मुद्रिका मनोहर। राम नाम अंकित अति सुंदर॥"
क्या है इस चौपाई का सीधा-साधा मतलब?
इसका सरल सा अर्थ है: "तब (सीता जी ने) मन को हरने वाली सुंदर अंगूठी देखी, जिस पर 'राम' का सुंदर नाम अंकित था।"
लेकिन यह सिर्फ एक पंक्ति नहीं है, इसके पीछे एक बहुत खूबसूरत कहानी है जो हमें हनुमान जी की बुद्धि और भक्ति का दर्शन कराती है।
यह प्रसंग कब आता है: जब हनुमान जी विशाल समुद्र लांघकर लंका पहुँचते हैं और माता सीता को अशोक वाटिका में दुखी अवस्था में पाते हैं, तो उनके सामने एक बड़ी दुविधा खड़ी हो जाती है। वे सोचते हैं कि अगर मैं अचानक से माता के सामने चला गया, तो कहीं वे मुझे रावण का भेजा हुआ कोई मायावी राक्षस न समझ लें और डर जाएं।
उस समय माता सीता बहुत ही निराश और गहरे दुःख में थीं। हनुमान जी एक पेड़ पर छिपकर यह सब देख रहे थे। वे समझ गए कि यह समय सीधे सामने आने का नहीं है, बल्कि विश्वास जगाने का है।
हनुमान जी की समझदारी: बहुत सोचने के बाद हनुमान जी ने प्रभु श्री राम की दी हुई अंगूठी को चुपके से माता सीता के सामने गिरा दिया। वह अंगूठी कोई साधारण अंगूठी नहीं थी। उस पर प्रभु श्री राम का नाम लिखा हुआ था।
जैसे ही माता सीता की नज़र उस अंगूठी पर पड़ी, वे हैरान रह गईं। उन्होंने फौरन उसे पहचान लिया। उनके निराश मन में एक पल के लिए आशा की लहर दौड़ गई। उस एक अंगूठी ने उन्हें यकीन दिला दिया कि प्रभु राम की कोई खबर उन तक पहुँच गई है। यह एक संकेत था कि अब दुःख के दिन समाप्त होने वाले हैं।
हम इससे क्या सीख सकते हैं: यह प्रसंग हमें सिखाता है कि जब जीवन में मुश्किलें हमें घेर लें और कोई रास्ता न दिखे, तो घबराना नहीं चाहिए। ईश्वर किसी न किसी रूप में, कोई न कोई संकेत ज़रूर भेजता है, जैसे हनुमान जी ने अंगूठी गिराकर माता सीता को विश्वास दिलाया।
यह चौपाई हमें याद दिलाती है कि प्रभु का नाम ही सबसे बड़ा सहारा है। उस छोटी सी अंगूठी पर लिखा "राम" नाम, माता सीता के लिए जीवनदान जैसा था। ठीक उसी तरह, जब हमारा मन अशांत हो, तो ईश्वर का नाम जपना या अपने किसी इष्ट को याद करना हमें हिम्मत और शांति देता है।