
Up Kiran, Digital Desk: केरल हाईकोर्ट के चैंबर 1 में मंगलवार को कार्यवाही उस समय बाधित हो गई जब एक 'एशियन पाम सिवेट' (Asian Palm Civet), जिसे स्थानीय रूप से 'तोडी कैट' (toddy cat) या 'मुसंग' (musang) के नाम से जाना जाता है, ने कोर्टरूम के अंदर एक तीव्र और अप्रिय गंध फैला दी।
तेज गंध से कोर्टरूम में अफरा-तफरी, कार्यवाही स्थगित
मुख्य न्यायाधीश नितिन मधुकर जमदार (Nitin Madhukar Jamdar) की अध्यक्षता वाली सुबह की सुनवाई के दौरान यह घटना हुई। सुनवाई शुरू होते ही, वातानुकूलित (air-conditioned) चैंबर में एक तेज बदबू फैल गई। मुख्य न्यायाधीश ने तत्काल जरूरी मामलों को आगे बढ़ाया, लेकिन जैसे-जैसे गंध बढ़ती गई, अदालत को कार्यवाही स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
सिवेट कैट का संदिग्ध प्रवेश: वेंटिलेशन सिस्टम से आया या छत में छिपा?
सफाई कर्मचारियों को तुरंत समस्या का पता लगाने और उसे ठीक करने के लिए तैनात किया गया। अधिकारियों को बाद में संदेह हुआ कि इसका स्रोत एक सिवेट कैट हो सकता है जो एयर कंडीशनिंग वेंट (air-conditioning vents) से अंदर घुस गई थी और छत तथा छतों के बीच कहीं छिप गई थी।
'तोडी कैट' की बदबूदार आदतें और इंसानी बस्तियों में इसका प्रभाव
अपने तीखे मूत्र (pungent urine) के लिए जानी जाने वाली यह बिल्ली अक्सर बंद जगहों पर अपनी उपस्थिति का एहसास करा देती है। एशियन पाम सिवेट एक निशाचर स्तनपायी (nocturnal mammal) है जो आमतौर पर ताड़ के पेड़ों और फलदार पेड़ों के पास पाया जाता है।
केरल में, इसे अक्सर टाइलों वाली विरासत वाली इमारतों और अन्य पुरानी संरचनाओं में देखा जाता है, जहाँ यह छत के नीचे शरण लेती है। हालांकि यह हानिरहित और मुख्य रूप से फल खाने वाली होती है, लेकिन इसकी हरकतें और गंध अक्सर मानव बस्तियों में एक महत्वपूर्ण उपद्रव पैदा करती हैं।
राजनीतिक नेताओं के आवासों पर भी इसी तरह की शिकायतें
हाईकोर्ट में यह घटना केरल के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से मिली ऐसी ही शिकायतों के बाद हुई है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने पहले साझा किया था कि तिरुवनंतपुरम में उनके आधिकारिक आवास पर सिवेट बिल्लियाँ रात में टाइलों वाली छत पर दौड़कर उनकी नींद खराब करती हैं। उन्होंने यह भी शिकायत की थी कि जानवरों के पेशाब के कारण उनके कपड़े अक्सर खराब हो जाते हैं। विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशसन (V.D. Satheesan) को भी राजधानी में उनके एक अन्य पुराने बंगले में इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ा है।
--Advertisement--