सिडनी: भारत के खिलाफ दूसरे वनडे में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड थोड़े निराश जरूर हैं, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि वह अपनी गेंदबाजी के तरीके में कोई बदलाव नहीं करने वाले हैं। हेजलवुड का मानना है-है कि उस दिन किस्मत उनके साथ नहीं थी और वह जल्द ही शानदार वापसी करेंगे।
दूसरे मैच में हेजलवुड ने 9 ओवरों में 67 रन दिए और उन्हें कोई भी विकेट नहीं मिला। भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली थी। अब सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला सिडनी में खेला जाएगा।
"कभी-कभी किस्मत साथ नहीं देती"
अपने प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए हेजलवुड ने कहा, "मुझे लगता है कि मैंने अच्छी गेंदबाजी की, बस थोड़ा अनलकी रहा। मैंने कुछ मौके बनाए, गेंद बल्ले का किनारा लेकर फील्डर तक नहीं पहुंची। टी-20 क्रिकेट में यह सब चलता रहता है। मैं अपने प्लान पर टिका रहूंगा और आगे भी वैसे ही गेंदबाजी करता रहूंगा जैसे हमेशा करता आया हूँ।"
उन्होंने आगे कहा कि कई बार आप अच्छी गेंदबाजी करते हैं लेकिन विकेट नहीं मिलते, और कभी-कभी आप खराब गेंद डालते हैं और उस पर भी विकेट मिल जाता है।
पिच को लेकर क्या बोले हेजलवुड?
हेजलवुड ने यह भी माना कि भारत की पिचें ऑस्ट्रेलिया से काफी अलग हैं। उन्होंने कहा, "यहां की पिचों पर आपको अपनी लेंथ में थोड़ा बदलाव करना पड़ता है। आप लगातार एक ही जगह पर गेंद नहीं डाल सकते। आपको बल्लेबाज को सोच-विचार करने पर मजबूर करना होता है।"
अब सबकी निगाहें सिडनी में होने वाले फाइनल मुकाबले पर हैं, जहाँ हेजलवुड और पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या हेजलवुड अपनी उसी पुरानी रणनीति से भारतीय बल्लेबाजों को रोक पाते हैं या नहीं।
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