_880981467.png)
Up Kiran, Digital Desk: लेह में हाल ही में हुई हिंसक झड़पों के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इसी बीच कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए 26 लोगों को अंतरिम ज़मानत दे दी है। ज़मानत पाने वालों में बिहार के दो प्रवासी मज़दूर भी शामिल हैं, जिन्हें हाल ही में हुई गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया था।
इन झड़पों के दौरान चार लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इस अशांति की शुरुआत लद्दाख को अधिक स्वायत्तता और राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर हुए बड़े विरोध प्रदर्शन से हुई थी।
सोनम वांगचुक की गिरफ़्तारी के बाद भड़की हिंसा
हिंसा उस वक्त भड़की जब जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भूख हड़ताल के 15वें दिन पर थे। उनकी गिरफ़्तारी ने आंदोलन को और तेज़ कर दिया। वांगचुक पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया गया और उन्हें राजस्थान की जोधपुर जेल भेजा गया।
कोर्ट का आदेश, 4 अक्टूबर को दोबारा पेशी
लेह बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहम्मद शफी लस्सू ने बताया कि उन्होंने 40 लोगों के लिए ज़मानत याचिका दायर की थी। उनमें से 26 को अदालत ने अंतरिम ज़मानत दी है। अदालत का आदेश देर शाम जारी हुआ और उम्मीद है कि सभी रिहा किए गए लोग जल्द जेल से बाहर आ जाएंगे। अदालत ने उन्हें 4 अक्टूबर को फिर से पेश होने का निर्देश दिया है।
जनजीवन धीरे-धीरे पटरी पर
लेह में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। कल प्रशासन ने कर्फ्यू में आठ घंटे की ढील दी, जिससे बाजारों और सड़कों पर चहल-पहल दिखाई दी।