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Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश की प्रसिद्ध तीर्थ नगरी श्रीकालहस्ती में, श्रीकालहस्ती देवस्थानम के प्रतिष्ठित अध्यक्ष पद को लेकर राजनीतिक गलियारों और भक्त समुदाय दोनों में उत्सुकता बढ़ गई है। इस महत्वपूर्ण पद पर होने वाली नियुक्ति पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।

यह पद न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि स्थानीय राजनीति में भी इसका गहरा प्रभाव होता है। अध्यक्ष मंदिर के प्रशासन, विकास और दैनिक गतिविधियों को निर्देशित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह नियुक्ति अक्सर स्थानीय नेतृत्व और सत्ता समीकरणों को भी प्रभावित करती है, यही कारण है कि इस पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है।

वर्तमान में, मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के अंतिम निर्णय का इंतजार है। यह उम्मीद की जा रही है कि वे स्थानीय विधायक बी मधुसूदन रेड्डी और तिरुपति के सांसद डॉ एम गुरुमूर्ति जैसे प्रमुख नेताओं के सुझावों को ध्यान में रखेंगे। इन नेताओं का क्षेत्र में मजबूत राजनीतिक प्रभाव है, और उनकी सिफारिशें नियुक्ति को प्रभावित कर सकती हैं।

इस पद के लिए कई दावेदार दौड़ में हैं, जिनमें स्थानीय नेता और प्रमुख समुदाय के सदस्य शामिल हैं, जो लंबे समय से इस प्रतिष्ठित भूमिका को हासिल करने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। 

हर कोई मुख्यमंत्री के फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, क्योंकि यह न केवल श्रीकालहस्ती मंदिर के भविष्य की दिशा तय करेगा, बल्कि आंध्र प्रदेश की राजनीतिक गतिशीलता में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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