
Up Kiran, Digital Desk: फैशन की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है! दिग्गज संपादक अन्ना विंटौर, जो लगभग चार दशकों से वोग पत्रिका का चेहरा रही हैं, 75 वर्ष की उम्र में अपनी प्रतिष्ठित 'एडिटर-इन-चीफ' की कुर्सी छोड़ने वाली हैं। अपने 37 साल के असाधारण कार्यकाल के बाद, विंटौर ने फैशन की दिशा को आकार दिया और एक ऐसे युग का अंत किया जिसकी शायद ही कोई कल्पना कर सकता था।
जबकि उनके करियर के मील के पत्थर और सांस्कृतिक प्रभाव जगजाहिर हैं, उनकी 'टाइमलेस' सुबह की दिनचर्या हमेशा चर्चा का विषय रही है। उनकी यह नियमित दिनचर्या ही उनकी पहचान का एक अहम हिस्सा बन गई थी और इसने उन्हें फैशन जगत की सबसे अनुशासित और शक्तिशाली शख्सियतों में से एक के रूप में स्थापित किया।
उनकी 'टाइमलेस' सुबह की दिनचर्या का राज:
अन्ना विंटौर अपनी अविश्वसनीय रूप से अनुशासित दिनचर्या के लिए जानी जाती थीं, जो हर सुबह ठीक 5 बजे शुरू होती थी। इतनी जल्दी उठने के बाद, वह न्यूयॉर्क में अपने घर के पास एक घंटे के लिए टेनिस खेलने जाती थीं। यह उनकी फिटनेस और मानसिक ताजगी का राज था।
सुबह 7 बजे तक वह मैनहट्टन में वोग के ऑफिस पहुंच जाती थीं, जहां दो पेशेवर हेयर स्टाइलिस्ट और मेकअप आर्टिस्ट उनका इंतज़ार कर रहे होते थे। ये पेशेवर लगभग दो घंटे लगाकर उन्हें पूरी तरह से तैयार करते थे। यह meticulous (बारीक) तैयारी का ही नतीजा था कि अन्ना विंटौर को कभी भी एक बाल भी बिखरा हुआ या मेकअप खराब नहीं देखा गया। उनके ट्रेडमार्क बॉब हेयरकट और oversized sunglasses (बड़े धूप के चश्मे) ने उनकी पहचान को और भी मजबूत बनाया, जिससे वह हमेशा त्रुटिहीन दिखती थीं।
यह सब उनके अनुशासन, समर्पण और अपनी सार्वजनिक छवि के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता था। उनकी यह दिनचर्या न केवल उनकी पहचान बन गई थी, बल्कि इसने उन्हें फैशन जगत में एक किंवदंती के रूप में स्थापित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्ना विंटौर की विदाई वोग के एक युग का अंत है, और अब देखना होगा कि उनकी जगह कौन लेता है और फैशन की इस प्रतिष्ठित पत्रिका का भविष्य क्या होगा। लेकिन उनकी 'टाइमलेस' सुबह की दिनचर्या और फैशन जगत में उनका प्रभाव हमेशा याद रखा जाएगा।
--Advertisement--