Up Kiran, Digital Desk: जब अनुराग कश्यप जैसा निर्देशक किसी नए चेहरे को अपनी फिल्म में लेता है, तो उम्मीदें अपने आप बढ़ जाती हैं। खासकर तब, जब वह नया चेहरा ठाकरे परिवार से हो। ऐश्वर्य ठाकरे की पहली फिल्म "निशांची" इसी कसौटी पर खरी उतरने की कोशिश करती है। यह कहानी है कानपुर के दो जुड़वां भाइयों, बबलू और डब्लू (दोनों का किरदार ऐश्वर्य ने निभाया है) की, जो एक बैंक लूटने की नाकाम कोशिश में फंस जाते हैं।
कहानी में क्या है खास?फिल्म की कहानी दो अलग-अलग समय में चलती है। एक तरफ आज का कानपुर है, जहाँ बबलू जेल में है और डब्लू अपनी भाभी रिंकी के साथ बाहर की दुनिया में संघर्ष कर रहा है। दूसरी तरफ, कहानी अतीत में जाती है और उनके माता-पिता, मंजरी (मोनिका पंwar) और जबरदस्त (विनीत कुमार सिंह) की प्रेम कहानी और उनके मुश्किलों भरे जीवन को दिखाती है।
अनुराग कश्यप का स्टाइल इस फिल्म में भी साफ झलकता है - असली लोकेशन, कानपुर की ठेठ भाषा और किरदारों का दमदार चित्रण। लेकिन कहानी को दो भागों में बांटने का फैसला थोड़ा खटकता है। ऐसा लगता है कि फिल्म को बेवजह लंबा खींचा गया है।
एक्टिंग कैसी है?डेब्यू फिल्म होने के बावजूद ऐश्वर्य ठाकरे ने बबलू के गुस्से और डब्लू की मासूमियत, दोनों ही किरदारों को बहुत सहजता से निभाया है। उन्होंने साबित किया है कि उनमें अभिनय की क्षमता है। मोनिका पंवार ने एक मां और पत्नी के किरदार में जान डाल दी है। उनका अभिनय शांत और असरदार है। विनीत कुमार सिंह, कुमुद मिश्रा और मो. जीशान अय्यूब जैसे मंझे हुए कलाकार अपने किरदारों में हमेशा की तरह बेहतरीन हैं।
फिल्म देखें या नहीं?निशांची" एक टिपिकल मसाला बॉलीवुड फिल्म है, जिसमें एक्शन, ड्रामा, और इमोशन सब कुछ है। अनुराग कश्यप ने एक बार फिर दोस्ती और धोखे की कहानी बुनी है, जो आपको "गैंग्स ऑफ वासेपुर" की याद दिला सकती है। अगर आप एक दमदार गैंगस्टर ड्रामा देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म एक बार देखने लायक है। हालांकि, यह अनुराग कश्यप की बेहतरीन फिल्मों में से एक नहीं है, लेकिन ऐश्वर्य ठाकरे के दमदार डेब्यू के लिए इसे एक मौका दिया जा सकता है।




