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Up Kiran, Digital Desk: एशियाई खेलों में भारतीय स्टार नीरज चोपड़ा को हराकर गोल्ड मेडल जीतने वाले पाकिस्तानी भाला फेंक खिलाड़ी अर्शद नदीम ने अपने देश के खेल अधिकारियों पर गंभीर और चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। अर्शद ने खुले तौर पर कहा है कि उन्हें बड़े-बड़े नकद इनाम देने के वादे किए गए थे, लेकिन वे वादे सिर्फ 'कागजों और तस्वीरों' तक ही सीमित रहे, असली में उन्हें कुछ नहीं मिला।

अर्शद का कहना है कि उन्हें सरकार की तरफ से 1 करोड़ रुपये और पाकिस्तान एथलेटिक्स फेडरेशन से 50 लाख रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा की गई थी। इस घोषणा को मीडिया में खूब प्रचार भी मिला, लेकिन हकीकत में उन्हें एक भी पैसा नहीं मिला। उन्होंने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि ये सभी घोषणाएं केवल दिखावा थीं और उनका मकसद सिर्फ अधिकारियों की वाहवाही लूटना था।

अर्शद ने इस दौरान भारतीय भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा का उदाहरण देते हुए अपनी व्यथा बयां की। उन्होंने बताया कि कैसे भारत में एथलीटों को हर तरह का समर्थन मिलता है और उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें तुरंत पुरस्कृत किया जाता है। वहीं, पाकिस्तान में इसके ठीक उलट है, जहाँ खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने के बावजूद वित्तीय संकट से जूझते रहते हैं और उन्हें सिर्फ झूठे वादे मिलते हैं।

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हम जैसे खिलाड़ियों को बस तस्वीरें खिंचवाने और घोषणाएं करवाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ताकि अधिकारी अपनी पीठ थपथपा सकें। इसके बाद कोई परवाह नहीं करता कि खिलाड़ी कैसे अपनी ट्रेनिंग कर रहा है या अपनी जीविका कैसे चला रहा है।"

अर्शद का यह खुलासा पाकिस्तान में खेल और खिलाड़ियों की बदहाली को दर्शाता है। ऐसे में खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित नहीं हो पाते। यह केवल अर्शद नदीम की व्यक्तिगत निराशा नहीं, बल्कि पाकिस्तान में खेल संस्कृति में बदलाव की एक पुकार है, जहाँ प्रतिभा को पहचान और समर्थन देने के बजाय सिर्फ मौखिक वादे किए जाते हैं।

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