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देशभर में साइबर अपराधी न सिर्फ आम लोगों को बल्कि नामी लोगों को भी अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। साइबर अपराधियों ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधान परिषद सदस्य मोहम्मद शोएब को डिजिटल गिरफ्तारी के तहत रखा है। शोएब को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर मनी लॉन्ड्रिंग के बहाने 12 घंटे तक डिजिटल तरीके से अरेस्ट रखा गया। शोएब को जब अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो रही है तो उसने तुरंत साइबर थाने में घटना की सूचना दी। इसके बाद 9 अप्रैल को साइबर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई।

आरजेडी विधान परिषद सदस्य मोहम्मद शोएब को साइबर अपराधियों ने डिजिटल तरीके से अरेस्ट कर लिया और 12 घंटे तक प्रताड़ित किया। अपराधियों ने उनसे संबंधित वित्तीय विवरण की पूरी जानकारी की जांच की। इस दौरान विधायक मोहम्मद शोएब घर से बाहर नहीं निकले। साइबर अपराधियों ने उन्हें वीडियो कॉल के जरिए एक कमरे में बैठाया। 8 अप्रैल को सुबह 10:30 बजे शोएब को दो फोन नंबरों से कॉल आया और कॉल करने वालों ने खुद को साइबर क्राइम मुंबई यूनिट का अधिकारी बताया।

साइबर विभाग के पुलिस उपाधीक्षक राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। 9 अप्रैल को विधान परिषद के सदस्यों ने लिखित शिकायत दी थी, जिसमें कहा गया था कि उन्हें साइबर अपराधियों ने 12 घंटे तक डिजिटल तरीके से बंधक बनाकर रखा। हमने उनसे साइबर अपराधियों के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ली है।

इस मामले में फंसाने की दी थी धमकी

शिकायत के अनुसार, 8 अप्रैल को मोहम्मद शोएब को 64830850702 और 7866865784 नंबरों से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच का अफसर बताया। इसके बाद फोन करने वाले ने शोएब से कहा कि केनरा बैंक की मुंबई शाखा में आपके खाते से करोड़ों की ठगी हुई है। ऑनलाइन एक अवैध कार्य किया गया है। इसके कारण आपके विरुद्ध मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। उनका केस नंबर 5621/2025 है। इस बारे में पूछताछ करना आवश्यक है। इसके बाद अपराधी ने वीडियो कॉल करके उससे निजी जानकारी देने के लिए दबाव डाला।

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