
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं, और इसी के साथ राज्य की राजनीति में भारी उथल-पुथल भी देखने को मिल रही है। सत्तारूढ़ बीजेपी और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के कई वरिष्ठ और प्रभावशाली नेताओं ने हाल ही में कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम राज्य में बदलते सियासी समीकरणों की ओर इशारा कर रहा है। इन नेताओं ने पार्टी छोड़ते वक्त कहा कि उन्हें अब अपनी पुरानी पार्टी की नीतियों और निर्णयों से असहमति हो गई है, और कांग्रेस में उन्हें जनता की सेवा का नया मंच नजर आ रहा है।
बीजेपी और JDU के इन नेताओं में पूर्व मंत्री, विधायक और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हैं। इन सभी ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ली।
कांग्रेस ने भी इन नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी सभी वर्गों और क्षेत्रों को साथ लेकर चलना चाहती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, आने वाले दिनों में और भी बड़े नाम कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
वहीं बीजेपी और JDU ने इन नेताओं के फैसले को अवसरवाद बताया है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही कुछ नेता स्वार्थवश पाला बदलते हैं, लेकिन इससे उनकी पार्टी की छवि पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
बिहार की राजनीति में यह बदलाव आने वाले चुनावों में दिलचस्प मोड़ ला सकता है। अब देखना होगा कि इन नेताओं के कदम कांग्रेस को कितना फायदा पहुंचाते हैं।