img

Up Kiran, Digital Desk: मोहर्रम का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम, बिबी का आलम जुलूस शुक्रवार को (मोहर्रम के 10वें दिन यानी आशूरा को) होने जा रहा है। इस भव्य और संवेदनशील जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए हैदराबाद पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता और अभेद्य इंतजाम किए हैं।

इस जुलूस को शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए लगभग 8,000 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। इनमें शहर पुलिस, तेलंगाना राज्य विशेष सशस्त्र पुलिस (TSP) और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) के जवान शामिल हैं। साथ ही, जुलूस के रास्ते में, खासकर पुराने शहर में, 240 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर लगातार नज़र रखी जा सके।

पूरे जुलूस की निगरानी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से की जाएगी। क्विक रिएक्शन टीमें (QRTs) और तोड़फोड़-रोधी जांच टीमें (anti-sabotage checks) जैसी विशेष टीमों को रणनीतिक रूप से तैनात किया जाएगा। सुरक्षा जांच के लिए मेटल डिटेक्टर और डॉग स्क्वॉड का भी उपयोग किया जाएगा।

जुलूस के सुचारु आवागमन के लिए पूरे मार्ग पर यातायात डायवर्जन लागू रहेगा। दक्षिण क्षेत्र के डीसीपी पी साई चैतन्य ने बताया कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है, खासकर उन क्षेत्रों में जिनका सांप्रदायिक झड़पों का इतिहास रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि सद्भाव और सहयोग बढ़ाने के लिए समुदाय के नेताओं के साथ शांति समिति की बैठकें आयोजित की गई हैं। पुलिस अन्य विभागों जैसे GHMC, बिजली विभाग, जल बोर्ड और स्वास्थ्य विभाग के साथ भी समन्वय कर रही है ताकि सभी आवश्यक सुविधाएँ और सेवाएँ उपलब्ध रहें।

घृणास्पद भाषणों और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, संवेदनशील क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू रहेगी, जिसके तहत चार से अधिक व्यक्तियों के सार्वजनिक जमावड़े पर प्रतिबंध रहेगा। जुलूस के दौरान शराब की बिक्री पर भी प्रतिबंध रहेगा।

--Advertisement--