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Up Kiran, Digital Desk: महाराष्ट्र में अगले साल जनवरी तक होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर सियासी पारा चढ़ चुका है। एक ओर विपक्ष जहां मतदाता सूची में गड़बड़ी और फर्जी वोटरों के मुद्दे को जोर-शोर से उठा रहा है, वहीं दूसरी ओर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी ने अपने मंत्रियों को साफ संदेश दे दिया है—सिर्फ मंत्रालय नहीं, अब चुनावी मैदान में भी परफॉर्मेंस जरूरी है।

BJP की इंटरनल मीटिंग में मिला अल्टीमेटम
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में हुई एक अंदरूनी बैठक में प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चव्हाण ने भाजपा कोटे के सभी मंत्रियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में पार्टी को मजबूत करने और बेहतर चुनावी नतीजे दिलाने की जिम्मेदारी लें। चव्हाण ने यह भी साफ किया कि जिन मंत्रियों के प्रदर्शन में कमी पाई गई, उन पर संगठन कड़ा एक्शन लेने से पीछे नहीं हटेगा।

इसका सीधा मतलब है कि अब मंत्रियों का मूल्यांकन सिर्फ उनके मंत्रालय के कामकाज से नहीं, बल्कि उनके क्षेत्र में चुनावी नतीजों के आधार पर भी किया जाएगा।

जनवरी 2026 तक होंगे निकाय चुनाव
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, महाराष्ट्र में सभी स्थानीय निकायों के चुनाव 31 जनवरी 2026 से पहले कराए जाने हैं। राज्य चुनाव आयोग को इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, महा विकास अघाड़ी और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) जैसे विपक्षी दलों ने मतदाता सूचियों में भारी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव प्रक्रिया को फिलहाल रोकने की मांग की है।

फोकस में BMC और अन्य नगर निकाय
इस बार निकाय चुनावों में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) सबसे बड़ा और अहम चुनाव होगा। इसके अलावा 29 नगर निगम, 247 नगर परिषद और 32 जिला परिषदों के लिए भी चुनाव लंबे समय से लंबित हैं। राज्य चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि निर्वाचन प्रक्रिया के लिए वही वोटर लिस्ट इस्तेमाल होगी जो विधानसभा चुनावों के लिए तैयार की गई थी। साथ ही सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेश के अनुसार, ओबीसी आरक्षण 2022 की व्यवस्था के तहत लागू होगा।

96 लाख फर्जी वोटर का आरोप
रविवार को MNS प्रमुख राज ठाकरे ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में करीब 96 लाख फर्जी नाम जोड़े गए हैं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब तक वोटर लिस्ट की शुद्धता सुनिश्चित नहीं की जाती, तब तक चुनाव कराना लोकतंत्र के साथ मजाक होगा। ठाकरे ने अपनी पार्टी के बूथ एजेंटों से अपील की कि वे हर इलाके की वोटर लिस्ट की बारीकी से जांच करें और फर्जी वोटरों की पहचान करें।