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Up Kiran, Digital Desk: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन का आज आखिरी दिन है, और इस सियासी गहमागहमी के बीच एक ऐसी मुलाकात हुई है जिसने राज्य का राजनीतिक पारा और चढ़ा दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब एक तरफ NDA के उम्मीदवार जोर-शोर से अपना पर्चा भर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में अभी भी सीटों को लेकर खींचतान जारी है।
क्या हैं इस मुलाकात के मायने:यह बैठक सिर्फ एक औपचारिक मुलाकात नहीं है, बल्कि इसके गहरे राजनीतिक मायने हैं। अमित शाह ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि NDA, बिहार का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ रही है। नामांकन के आखिरी दिन हुई यह बैठक गठबंधन में एकजुटता का एक बड़ा संदेश देने की कोशिश है। सूत्रों की मानें तो बंद कमरे में हुई इस बैठक में चुनाव प्रचार की फाइनल रणनीति, सीटों के समीकरण और आगे की राह पर मंथन हुआ।
NDA का शक्ति प्रदर्शन, महागठबंधन में टेंशन
आज जब अमित शाह और नीतीश कुमार एक साथ बैठकर रणनीति बना रहे थे, तब NDA ने पूरे बिहार में अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया।भाजपा शासित राज्यों- जैसे मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान आदि के मुख्यमंत्री भी अपने उम्मीदवारों का नामांकन कराने और रैलियां करने के लिए बिहार पहुंचे हैं।
वहीं, दूसरी तरफ महागठबंधन में RJD और कांग्रेस के बीच सीटों का मामला अभी भी पूरी तरह सुलझ नहीं पाया है, जबकि NDA अपने सभी उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है।
अमित शाह की नीतीश कुमार से यह मुलाकात और NDA का यह मेगा शो, यह दिखाने की कोशिश है कि गठबंधन में "सब कुछ ठीक है" और वे एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।