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Up Kiran, Digital Desk: आज बॉलीवुड के उस आवाज़ का जन्मदिन है जिसने लाखों दिलों पर राज किया है, अपनी गायकी से कई पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध किया है – हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड के सदाबहार गायक सोनू निगम की। उनकी आवाज़ में वो जादू है जो हर धुन को एक अलग ही मकाम पर ले जाता है। 'संदेशे आते हैं' से लेकर 'कल हो न हो' तक, उन्होंने अनगिनत ब्लॉकबस्टर गाने दिए हैं।

लेकिन उनके करियर का वो मील का पत्थर गाना 'ये दिल दीवाना', जिसने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया, उसके पीछे एक ऐसी कहानी छिपी है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे! अक्सर सफलताओं के पीछे गहरा संघर्ष और 'खून-पसीना' छुपा होता है, और 'ये दिल दीवाना' भी इसका अपवाद नहीं था। तो चलिए, आज सोनू निगम के जन्मदिन पर जानते हैं उनके इस ऐतिहासिक गाने से जुड़ी वो अनसुनी कहानी।

सोनू निगम: एक आवाज़, एक भावना

सोनू निगम सिर्फ एक गायक नहीं, बल्कि एक भावना हैं। 90 के दशक में 'सा रे गा मा पा' के होस्ट के रूप में पहचान बनाने के बाद, उन्होंने अपनी जादुई आवाज़ से भारतीय संगीत उद्योग में क्रांति ला दी। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, शास्त्रीय संगीत से लेकर पॉप और बॉलीवुड गानों तक, हर शैली में उनकी पकड़ ने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई। उनकी गायकी में वो गहराई और संवेदनशीलता है जो श्रोताओं को सीधे दिल से छू जाती है। लेकिन एक समय ऐसा था जब उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी, और इसी कड़ी मेहनत का नतीजा था फिल्म 'परदेस' का गाना 'ये दिल दीवाना'।

ये दिल दीवाना' – एक गाना, एक टर्निंग पॉइंट

साल 1997, फिल्म 'परदेस' – सुभाष घई द्वारा निर्देशित और शाहरुख खान अभिनीत, इस फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि इसके संगीत ने भी इतिहास रच दिया। इसी फिल्म का गाना 'ये दिल दीवाना', जिसमें शाहरुख खान पर फिल्माया गया था, सोनू निगम के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इस गाने ने सोनू को रातोंरात एक सामान्य गायक से बॉलीवुड के सुपरस्टार प्लेबैक सिंगर में बदल दिया। लेकिन इस गाने को गाने के पीछे सोनू की मेहनत और कुछ ऐसी बातें छिपी हैं जो आज भी कई लोगों को नहीं पता।

खून बहाया' था सोनू निगम ने इस गाने के लिए! क्या थी वो कहानी

आप सोच रहे होंगे कि 'खून बहाना' का क्या मतलब है। दरअसल, यहां खून बहाने का मतलब शाब्दिक नहीं, बल्कि रूपक है। यह सोनू निगम की उस अविश्वसनीय मेहनत, एकाग्रता और अपनी आवाज़ को उस स्तर तक धकेलने की चाहत को दर्शाता है, जिसके लिए उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दी थी।

कहा जाता है कि 'ये दिल दीवाना' एक ऐसा गाना था जिसमें सोनू निगम को अपनी आवाज़ की सीमाओं को भी पार करना पड़ा था। गाने की धुन और बोल में एक खास तरह की ऊर्जा, एक युवा विद्रोही का जोश और शाहरुख खान की परदेस में वापसी की भावना को पकड़ना था। उस समय सोनू निगम अभी भी अपनी पहचान स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहे थे और उन्हें एक ऐसा मौका चाहिए था जो उन्हें शीर्ष पर पहुंचा दे।

सुभाष घई और संगीतकार नदीम-श्रवण की उम्मीदें बहुत ऊंची थीं। सोनू ने इस गाने में अपनी पूरी आत्मा झोंक दी। घंटों रियाज़, हर नोट पर परफेक्ट होने की कोशिश और गाने के मूड को पूरी तरह से आत्मसात करना, ये सब इतना थका देने वाला था कि यह किसी शारीरिक श्रम से कम नहीं था।

 उनकी वो लगन, वो जुनून और अपनी गायकी में 'जान डाल' देने की चाहत ही थी जिसने इस गाने को अमर कर दिया। अपनी आवाज़ को उस पिच और ऊर्जा पर बनाए रखने के लिए उन्होंने इतनी मेहनत की थी कि स्टूडियो में हर कोई उनकी समर्पण की सराहना कर रहा था। यह सिर्फ एक गाना नहीं, उनके करियर का वो 'अग्निपरीक्षा' थी जिससे वे सोने की तरह तपकर निकले।

'ये दिल दीवाना' का स्थायी प्रभाव इस गाने की सफलता ने सोनू निगम को एक नया आयाम दिया। उन्हें बॉलीवुड में एक ऐसा गायक माना जाने लगा जो हर तरह के गाने गा सकता है, चाहे वह रोमांटिक हो, भावुक हो या ऊर्जा से भरपूर। इस गाने ने उन्हें कई और बड़े प्रोजेक्ट्स दिलाए और उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज भी जब 'ये दिल दीवाना' बजता है, तो लोग शाहरुख खान के साथ-साथ सोनू निगम की आवाज़ को भी याद करते हैं। यह गाना भारतीय संगीत इतिहास में एक मील का पत्थर बन गया है।

जन्मदिन की शुभकामनाएं और आगे का सफर आज, सोनू निगम के जन्मदिन पर, हम उनके अद्भुत संगीत सफर और उस 'अज्ञात' संघर्ष को सलाम करते हैं जिसने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। उनकी आवाज़ आज भी उतनी ही ताजा और प्रभावशाली है। उनके गाने न केवल पुराने श्रोताओं को पसंद आते हैं, बल्कि नई पीढ़ी के लिए भी एक प्रेरणा हैं। गूगल डिस्कवर और ट्रेंडिंग न्यूज़ में उनकी कहानियाँ हमेशा छाई रहती हैं। हम आशा करते हैं कि वे आने वाले वर्षों में भी हमें अपनी जादुई आवाज़ से ऐसे ही मंत्रमुग्ध करते रहें। सोनू निगम का संगीत अमर है, और उनके जीवन की यह अनसुनी कहानी हमें सिखाती है कि सच्ची सफलता के लिए कितना समर्पण और जुनून चाहिए होता है।

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