
Up Kiran, Digital Desk: भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम में एक 'ब्लेम गेम' (एक-दूसरे पर दोष मढ़ने) का माहौल बनता दिख रहा है। जहां कप्तान बेन स्टोक्स ने हार का ठीकरा पिच पर फोड़ा था, वहीं मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कुलम ने इस पर अपनी टीम को ही ज़िम्मेदार ठहराया है, जिससे टीम के भीतर मतभेद की आशंका बढ़ गई है।
एजबेस्टन में मिली हार के बाद, बेन स्टोक्स ने पिच को "बहुत धीमी" और "निराशाजनक" बताया था। लेकिन ब्रेंडन मैक्कुलम ने इस राय से असहमति जताई। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हार के लिए पिच को दोष देना सही नहीं है।
मैक्कुलम ने जोर देकर कहा, "हम हर मैच में बैज़बॉल खेलने के लिए तैयार हैं, चाहे पिच कैसी भी हो। हमारी रणनीति हमेशा सकारात्मक और आक्रामक क्रिकेट खेलने की होती है। यदि हम अपनी रणनीति को सही ढंग से लागू नहीं कर पाते हैं, तो गलती पिच की नहीं, बल्कि हमारी खुद की होती है।"
यह बयान टीम के भीतर एक दिलचस्प बहस को जन्म देता है: क्या हार के लिए बाहरी कारकों को दोषी ठहराना चाहिए या अपनी कमियों को स्वीकार करना चाहिए? मैक्कुलम का यह रुख दर्शाता है कि वह अपनी टीम से और अधिक जिम्मेदारी लेने और अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद करते हैं।
यह स्थिति इंग्लैंड टीम के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि कप्तान और कोच के बीच रणनीति और हार के कारणों पर अलग-अलग विचार सार्वजनिक हुए हैं। आने वाले मैचों में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इस आंतरिक मतभेद से कैसे निपटती है और क्या वे अपनी 'बैज़बॉल' रणनीति को बिना किसी बहाने के लागू कर पाते हैं।
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