
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के पारंपरिक हस्तशिल्प और कला को एक बड़ी पहचान मिली है! विजयनगरम जिले की विश्व प्रसिद्ध बोब्बिली वीणा को केंद्र सरकार की 'एक जिला एक उत्पाद' (ODOP) योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। यह जिले और राज्य के लिए गौरव का क्षण है, खासकर उन कुशल कारीगरों के लिए जो इस सदियों पुरानी कला को जीवित रखे हुए हैं।
हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में, विजयनगरम की जिला कलेक्टर, एस. नागालक्ष्मी ने यह प्रतिष्ठित 'ओडीओपी पुरस्कार' ग्रहण किया। उन्होंने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय के केंद्रीय राज्य मंत्री से यह सम्मान प्राप्त किया।
बोब्बिली वीणा न केवल एक वाद्य यंत्र है, बल्कि यह क्षेत्र की सदियों पुरानी कलात्मक विरासत और कुशल कारीगरों की कड़ी मेहनत का प्रतीक भी है। यह पुरस्कार बोब्बिली वीणा को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर, बल्कि वैश्विक मंच पर भी नई पहचान दिलाएगा।
क्या है ODOP योजना का महत्व?
एक जिला एक उत्पाद' (ODOP) योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के हर जिले के विशिष्ट उत्पादों को बढ़ावा देना है। इसका लक्ष्य इन उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करना, उन्हें वैश्विक बाजार तक पहुंचाना और स्थानीय कारीगरों व अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। बोब्बिली वीणा को यह सम्मान मिलना इस योजना की सफलता और आंध्र प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का प्रमाण है।
इस पुरस्कार से बोब्बिली वीणा के उत्पादन और बिक्री में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे सीधे तौर पर स्थानीय कारीगरों को लाभ होगा और उनकी आजीविका में सुधार आएगा। कलेक्टर नागालक्ष्मी ने इस अवसर पर कहा कि यह पुरस्कार जिले के सभी कारीगरों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, और यह उन्हें अपनी कला को और आगे ले जाने के लिए प्रेरित करेगा।
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