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उत्तराखंड मजार के खिलाफ वन विभाग और प्रशासन सख्त हो गया है। रविवार को 20 मजारों को फिर ध्वस्त किया गया। मुख्यमंत्री ने फिर कहा कि अवैध मजारों और जंगलों में अतिक्रमण को हटाने में और तीव्रता लाई जाए। उन्होंने कहा कि ये कब्जेधारी का धंधा राज्य में नहीं चलेगा।

जनपद नैनीताल की तराई पश्चिम में जंगल विभाग के JCB ने भारी फोर्स के साथ नंथनपीर की एक साथ 14 मजारों को ध्वस्त कर दिया। डीएफओ प्रकाश आर्य ने बताया कि दो दिन पहले मजार खादिम को नोटिस दिया गया था, ये सरकारी जमीन पर गैर कानूनी रूप से बनाई गई थीं। उन्होंने बताया कि ये कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तराखंड के जिले हल्द्वानी की चीड़ डिपो की मजार भी आज ध्वस्त कर दी गई।

राजधानी दून में हरबर्टपुर में पुलिस प्रशासन ने आज अपनी कार्रवाई तेज करते हुए पहलवान पीर की 2 मजारें ध्वस्त कर दीं जबकि दो मजारें भूरे शाह की गिरा दीं गईं। पछुवा देहरादून ने कुल 5 मजारें आज हटाईं।

सीएम का इस अभियान के लिए नियुक्त अफसर डा. पराग धकाते ने बताया कि अभी तक कुल 324 मजारें वन और राजस्व की भूमि से हटाई गई हैं। उन्होंने बताया कि ये कार्रवाई सीएम धामी के कहने पर चल रहा है और 84 हेक्टेयर वन भूमि भी अतिक्रमण से आजाद की गई है। सीएम इस अभियान की समीक्षा कर रहें है। उन्होंने साफ किया है कि जो इस मिशन में लापरवाही बरतेंगे, उसको बख्शा नहीं जाएगा। 

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