
उत्तराखंड के चमोली जिले की थराली तहसील में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई। अचानक हुई बारिश और मलबे के बहाव से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि दो लोगों के लापता होने की पुष्टि की गई है। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत-बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
मलबे में तब्दील हुआ इलाका
जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने बताया कि भारी मात्रा में मलबा थराली क्षेत्र में फैल गया, जिससे उप-जिला मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के आधिकारिक आवास सहित कई इमारतें पूरी तरह से ढह गईं। सागवाड़ा गांव का एक व्यक्ति लापता है। उसकी तलाश में एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासनिक टीमें जुटी हैं।
सड़कों पर रोक, स्कूल बंद
भूस्खलन और मलबे के कारण थराली-ग्वालदम और थराली-सागवाड़ा सड़क मार्ग पूरी तरह बाधित हो गए हैं। एहतियातन शनिवार को थराली तहसील के सभी विद्यालय बंद रखे गए। रातभर राहत दलों ने क्षेत्र के प्रभावित लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया।
मुख्यमंत्री ने दिए राहत कार्य तेज करने के निर्देश
घटना पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह लगातार चमोली प्रशासन से संपर्क में हैं और स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा कि हरसंभव सहायता दी जाएगी और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की प्रक्रिया जारी है।
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