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पटना: बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अचानक मुलाकात कर सभी को चौंका दिया है। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारियां ज़ोरों पर हैं और तमाम राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री आवास पर हुई यह मुलाकात पूरी तरह से गैर-घोषित थी, जिसकी किसी को पूर्व सूचना नहीं थी। हालांकि, मुलाकात के बाद न तो चिराग पासवान और न ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से कोई स्पष्ट बयान दिया, लेकिन सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।

जानकारों का मानना है कि इस बैठक में सीट बंटवारे, केंद्र और राज्य में गठबंधन की स्थिति, और दलित वोटबैंक की रणनीति जैसे मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। बिहार की राजनीति में चिराग पासवान की भूमिका हमेशा चर्चा में रही है, और एनडीए गठबंधन में उनकी स्थिति को लेकर पहले भी कई बार सवाल उठ चुके हैं।

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस मुलाकात के कई सियासी मायने हो सकते हैं। एक तरफ जहां भाजपा और जदयू के बीच तालमेल बनाए रखने की कोशिशें जारी हैं, वहीं दूसरी ओर चिराग की यह पहल यह संकेत दे सकती है कि वे आगामी चुनावों में अपनी भूमिका को और मज़बूत करना चाहते हैं।

इस अप्रत्याशित मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। अब देखना यह होगा कि क्या यह मुलाकात सिर्फ औपचारिक थी या आने वाले समय में बिहार की सियासी तस्वीर में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।


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