
भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे नागरिकों में चिंता का माहौल है। गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और केरल जैसे राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं, जबकि दिल्ली और कर्नाटक में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है।
महाराष्ट्र में बढ़े मामले
महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। मुंबई और पुणे जैसे शहरों में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है। हालांकि, संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बावजूद, स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक उपाय किए हैं। नागरिकों को मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और लसीकरण कराने की सलाह दी गई है।
ओडिशा में पहला मामला
ओडिशा में छह महीने बाद कोविड-19 का पहला मामला सामने आया है। भुवनेश्वर के एक 75 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों और सह-रुग्णताओं वाले व्यक्तियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
केरल और गुजरात में बढ़े मामले
केरल और गुजरात में भी कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। केरल में सक्रिय मामलों की संख्या 1,712 तक पहुँच गई है, जबकि गुजरात में भी संक्रमण के मामले बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियाँ बरतने की अपील की है।
संक्रमण के नए स्वरूप JN.1 का प्रभाव
INSACOG के अनुसार, भारत में JN.1 नामक नए कोविड-19 उपप्रकार के 157 मामले सामने आए हैं। इसमें केरल में 78, गुजरात में 34 और कर्नाटक में 19 मामले शामिल हैं। हालांकि, WHO ने इसे "रुचि का रूप" करार दिया है, लेकिन वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को "निम्न" बताया है।
नागरिकों से अपील
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों से सतर्क रहने और कोविड-19 के सामान्य लक्षण जैसे बुखार, खांसी और गले में खराश के प्रति सजग रहने की सलाह दी है। उन्होंने मास्क पहनने, हाथ धोने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया है।
स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर निरंतर निगरानी रखे हुए है और नागरिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर रहा है।
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