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Crime News: गुजरात के बड़ौदा से सामने आए एक चोरी के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि चोरी की लत में डूबे एक डॉक्टर ने अपनी मेडिकल प्रैक्टिस छोड़ दी और खूंखार चोर बन गया।

वडोदरा में अपराध शाखा ने तीन कार चोरों के एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिनमें से एक डॉक्टर निकला है। इन तीनों के खिलाफ अब तक 140 से अधिक शिकायतें दर्ज की जा चुकी हैं। इसके अलावा, गिरफ्तारी से पहले तक तीनों बड़ौदा पुलिस स्टेशन में वांछित थे।

इन चोरों के खिलाफ सबसे पहले कार चोरी की शिकायत करेलीबाग और रावपुरा पुलिस थानों में दर्ज की गई थी। अपराध शाखा उसकी जांच कर रही थी। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति इको कार लेकर वडोदरा आया है और उसके पास मौजूद कार चोरी की है। इसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया और उस व्यक्ति को पकड़ लिया। अरेस्ट व्यक्ति ने बताया कि उसका नाम हरेश मेनिया है।

जांच से पता चला कि हरेश के दो और साथी भी वडोदरा आ चुके थे। इसके बाद पुलिस ने अरविंद मेनिया और ताहिर अनवर हुसैन दोनों को अरेस्ट कर लिया। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि हरेश और अरविंद भाई हैं। इस बीच, वे कारें चुराते और उन्हें राजकोट भेज देते। जांच में पता चला कि इन कारों के स्पेयर पार्ट्स को अलग-अलग करके बेचा जा रहा था। इन तीनों के खिलाफ अब तक 140 से अधिक चोरी की कारें दर्ज हैं।

चौंकाने वाली बात ये है कि हरेश के पास बीईएमएस की डिग्री है। उन्होंने एक बार अपना क्लिनिक भी खोला था। लेकिन उसे कार चोरी की लत लग गई। इसके बाद उसने क्लिनिक बंद कर दिया और चोरों का गिरोह शुरू कर दिया।