Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए दहलाने वाले कार धमाके की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसकी कड़ियां फरीदाबाद में कुछ दिन पहले पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ती जा रही हैं. मामले में सबसे बड़ी लीड उस सेकेंड हैंड हुंडई i20 कार से मिली है, जिसमें धमाका हुआ था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अब फरीदाबाद के उस कार डीलर को हिरासत में ले लिया है, जिसने यह कार हमले के मुख्य संदिग्ध डॉक्टर उमर और तारिक को बेची थी.
जांच एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद के सेक्टर-37 में सेकेंड हैंड कारों का कारोबार करने वाले इस डीलर से NIA की टीम लगातार पूछताछ कर रही है. एजेंसी यह जानने की कोशिश कर रही है कि कार खरीदने वाले लोगों का व्यवहार कैसा था, उन्होंने पेमेंट कैसे की और क्या डील के दौरान कुछ भी अटपटा लगा था. डीलर के पास से कार की खरीद-फरोख्त से जुड़े दस्तावेज भी जब्त कर लिए गए हैं
कई बार बिकी थी धमाके में इस्तेमाल हुई कार
जांच में पता चला है कि इस कार का मालिकाना हक कई बार बदला था. यह कार सबसे पहले मोहम्मद सलमान नाम के व्यक्ति की थी, जिसे भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. सलमान ने इसे नदीम को बेचा, और नदीम से यह फरीदाबाद के इसी सेकेंड हैंड कार डीलर के पास पहुंची. इसके बाद कार को आमिर नाम के शख्स ने और फिर तारिक ने खरीदा. तारिक का नाम भी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा बताया जा रहा हैआखिरकार, यह कार डॉक्टर मोहम्मद उमर तक पहुंची, जो धमाके के वक्त कथित तौर पर इसे चला रहा था.
कौन है डॉक्टर उमर, जिसे माना जा रहा मुख्य साजिशकर्ता?
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला डॉक्टर उमर ही धमाके का मुख्य साजिशकर्ता है. वह फरीदाबाद से पकड़े गए 'व्हाइट कॉलर' आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा था. आशंका जताई जा रही है कि जब पुलिस ने उसके साथी डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया, तो उसे अपने पकड़े जाने का डर सताने लगा. इसी घबराहट में उसने जल्दबाजी करते हुए लाल किले के पास कार में धमाका कर दिया. यह धमाका समय से पहले हुआ, वर्ना साजिश और भी बड़ी हो सकती थी.
NIA की टीमें अब कार डीलर से मिली जानकारी और जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर इस पूरे नेटवर्क की परतें खंगालने में जुटी हैं.


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