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Up Kiran, Digital Desk:  दिल्ली की हवा एक बार फिर से 'खतरनाक' स्तर पर पहुंच गई है. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का कांटा 400 के पार जा चुका है, जो 'गंभीर' यानी Severe कैटेगरी में आता है. यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, यह एक चेतावनी है कि हम जिस हवा में सांस ले रहे हैं, वह किसी जहर से कम नहीं है. यह धुंध नहीं, बल्कि धूल, धुएं और जहरीले कणों का एक ऐसा कॉकटेल है जो सीधे हमारे फेफड़ों पर हमला कर रहा है.

ऐसे में सिर्फ सरकार या सिस्टम को कोसने से कुछ नहीं होगा. हमें खुद को और अपने परिवार को इस जहरीली हवा से बचाने के लिए अपनी रोजमर्रा की आदतों में कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे. ये बदलाव छोटे हैं, लेकिन आपकी सेहत पर इनका असर बहुत बड़ा हो सकता है.

चलिए जानते हैं वो 5 आसान लाइफस्टाइल स्वैप, जिन्हें अपनाकर आप इस प्रदूषण के कहर से खुद को काफी हद तक बचा सकते हैं.

सुबह की सैर  की जगह घर पर योग 

हम में से कई लोगों को सुबह-सुबह पार्क में टहलने या दौड़ने की आदत होती है. लेकिन इस मौसम में यह आदत फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकती है. सुबह और शाम के वक्त प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होता है. ऐसे में खुली हवा में एक्सरसाइज करने का मतलब है अपने फेफड़ों में सीधे जहर भरना.

क्या करें: अपनी मॉर्निंग वॉक को कुछ हफ्तों के लिए रोक दें. इसकी जगह घर पर ही योग, स्ट्रेचिंग, हल्की-फुल्की एक्सरसाइज या जुम्बा करें. इससे आप फिट भी रहेंगे और जहरीली हवा के सीधे संपर्क में आने से भी बचेंगे.

सामान्य चाय-कॉफी की जगह 'इम्यूनिटी बढ़ाने वाली' ड्रिंक्स

इस मौसम में हमारा शरीर बाहर के प्रदूषण से लगातार लड़ रहा होता है, जिससे हमारी इम्यूनिटी यानी बीमारियों से लड़ने की ताकत कमजोर पड़ जाती है.

क्या करें: अपनी दिन की शुरुआत सामान्य चाय के बजाय अदरक, तुलसी और शहद वाली हर्बल चाय से करें. दिनभर गुनगुना पानी पीते रहें. रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना किसी अमृत से कम नहीं है. हल्दी और अदरक में मौजूद तत्व फेफड़ों में सूजन को कम करते हैं और शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं.

 साधारण खाने की जगह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन

जो हम खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे शरीर की प्रदूषण से लड़ने की क्षमता पर पड़ता है.

क्या करें: अपनी डाइट में विटामिन-C से भरपूर चीजें जैसे संतरा, आंवला, नींबू और अमरूद शामिल करें. गुड़ (Jaggery) खाएं, यह शरीर से गंदगी बाहर निकालने में मदद करता है. अलसी और अखरोट जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले फूड्स भी फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद हैं.

कपड़े के मास्क की जगह N95 मास्क

यह सबसे बड़ी गलती है जो ज्यादातर लोग करते हैं. आपका सर्जिकल या कपड़े का मास्क आपको कोरोना वायरस से तो शायद बचा ले, लेकिन PM2.5 जैसे बारीक जहरीले कणों को रोकने में यह पूरी तरह नाकाम है.

क्या करें: जब भी घर से बाहर निकलना बहुत जरूरी हो, हमेशा एक अच्छी क्वालिटी का N95 या N99 मास्क पहनें. ध्यान दें कि मास्क आपके चेहरे पर ठीक से फिट हो और कहीं से हवा लीक न हो रही हो.

खिड़कियां खोलने की जगह घर की हवा साफ रखें

हमें लगता है कि खिड़की खोलने से ताजी हवा आएगी, लेकिन इस मौसम में बाहर से 'ताजा' नहीं, 'जहरीली' हवा ही अंदर आती है.

क्या करें: अपने घर के दरवाजे और खिड़कियां, खासकर सुबह और शाम के वक्त, बंद रखें. अगर आप एयर प्यूरीफायर खरीद सकते हैं तो यह एक अच्छा निवेश है. अगर नहीं, तो घर में मनी प्लांट, स्नेक प्लांट जैसे एयर प्यूरीफाइंग पौधे लगाएं. समय-समय पर गीले कपड़े से पोंछा लगाते रहें ताकि धूल-मिट्टी न जमे.

ये छोटे-छोटे बदलाव आपकी सेहत के लिए एक सुरक्षा कवच का काम कर सकते हैं. याद रखिए, इस जहरीली हवा से लड़ाई हमें मिलकर और समझदारी से ही लड़नी होगी.