
Up Kiran, Digital Desk: गुरुग्राम के FORE स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में "डिजिटल फाइनेंशियल लिटरेसी" पर एक खास वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) और इन्वेस्टर एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड अथॉरिटी (IEPFA) ने मिलकर आयोजित किया था। इसका मुख्य विषय था कि कैसे आज के डिजिटल युग में पैसों की सही समझ, 'विकसित भारत' बनने के सफर में देश के वित्तीय क्षेत्र को मजबूत बना सकती है।
वर्कशॉप में इस बात पर जोर दिया गया कि जिस तेजी से भारत की अर्थव्यवस्था डिजिटल हो रही है, उसमें हर व्यक्ति के लिए यह जानना जरूरी है कि वह अपने पैसों का इस्तेमाल सुरक्षित, सोच-समझकर और जिम्मेदारी के साथ कैसे करे।
शुरुआती सत्र में इस बात पर चर्चा हुई कि डिजिटल दुनिया की जानकारी अब सिर्फ बैंक खाते खोलने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बाजार में लंबे समय तक भरोसा बनाए रखने के लिए भी जरूरी है। विशेषज्ञों ने बताया कि पैसों की सही योजना, डिजिटल साधनों की जानकारी और निवेशकों के अधिकारों का ज्ञान, ये तीनों चीजें भारत के बदलते वित्तीय माहौल में आने वाली चुनौतियों और मौकों का सामना करने के लिए एक मजबूत नींव तैयार करती हैं।
इसके बाद एक पैनल डिस्कशन हुआ, जिसमें अलग-अलग वित्तीय संस्थानों के एक्सपर्ट्स ने हिस्सा लिया। इस बातचीत में निवेशकों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाने, नियमों को और बेहतर बनाने, और यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि वित्तीय साक्षरता से जुड़ी योजनाएं समाज के हर वर्ग तक पहुंचें। पैनलिस्टों ने यह भी बताया कि कैसे वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम भारत के विकास के बड़े लक्ष्यों के साथ जुड़े हुए हैं।
यह वर्कशॉप ज्ञान साझा करने का एक बेहतरीन मंच साबित हुआ, जहां यह बात उभरकर सामने आई कि डिजिटल फाइनेंशियल लिटरेसी सिर्फ किसी एक व्यक्ति के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश की मजबूती के लिए जरूरी है। यहां आए लोगों को उन सरकारी पहलों और नीतियों के बारे में भी जानकारी मिली, जो निवेशकों के बीच वित्तीय जागरूकता, डिजिटल सुरक्षा और आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए बनाई गई हैं।
अंत में, शिक्षा, सरकारी संस्थानों और वित्तीय क्षेत्र के लोगों को एक साथ लाकर इस वर्कशॉप ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर नागरिकों को पैसों और डिजिटल दुनिया की सही जानकारी दी जाए, तो यह भारत को आत्मनिर्भर बनाने और 2047 तक 'विकसित भारत' बनाने के सपने को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।