Kiran, Digital Desk: क्रिकेट की दुनिया में अक्सर हम ऐसी बातें सुनते हैं जो हमारे खिलाड़ियों के करियर और टीम की रणनीति पर बड़े सवाल खड़ी कर देती हैं. अभी हाल ही में कोलकाता में हुए टेस्ट मैच में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा और इस हार के बाद कई चर्चाएँ शुरू हो गई हैं. इन्हीं चर्चाओं के बीच, हमारे अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने वाशिंगटन सुंदर को लेकर एक बड़ा और सीधा बयान दिया है. उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट जैसे प्रारूप में किसी एक खिलाड़ी के लिए बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में माहिर होना लगभग नामुमकिन है.
एक ऑलराउंडर की दुविधा: कार्तिक का तीखा विश्लेषण
वाशिंगटन सुंदर भारतीय टीम के लिए एक होनहार ऑलराउंडर माने जाते हैं, जो बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दे सकते हैं. लेकिन दिनेश कार्तिक की नज़र में, टेस्ट क्रिकेट में यह 'संतुलन' बना पाना बहुत कठिन होता है. कार्तिक ने कहा है कि जब बात टेस्ट क्रिकेट की आती है, तो यह उम्मीद करना कि कोई खिलाड़ी शीर्ष स्तर पर एक साथ बल्लेबाजी और गेंदबाजी, दोनों में समान रूप से शानदार प्रदर्शन करेगा, अव्यावहारिक है. उनका यह बयान कहीं न कहीं वाशिंगटन सुंदर के भविष्य और उनकी भूमिका पर सवालिया निशान लगाता है.
कार्तिक का इशारा शायद इस बात की तरफ है कि जब तक कोई खिलाड़ी एक क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल नहीं कर लेता, तब तक वह टीम के लिए उतना भरोसेमंद नहीं हो पाता, खासकर दबाव वाले मैचों में. टेस्ट क्रिकेट में हर छोटी से छोटी कमी भारी पड़ सकती है और खिलाड़ियों को अपनी मुख्य भूमिका में 100% फिट होना ज़रूरी होता है.
तो क्या सुंदर को अब करना होगा एक मुश्किल चुनाव?
कार्तिक की इस बात से एक बड़ा सवाल उठता है: क्या वाशिंगटन सुंदर को अब अपनी प्राथमिकताएँ तय करनी होंगी? क्या उन्हें बल्लेबाजी या गेंदबाजी में से किसी एक पर ज़्यादा ध्यान देना होगा, ताकि वे टेस्ट क्रिकेट में एक विशेषज्ञ खिलाड़ी के तौर पर अपनी जगह बना सकें?
वाशिंगटन सुंदर ने पहले भी कई बार दिखाया है कि वे बल्ले से महत्वपूर्ण पारियां खेल सकते हैं और गेंद से भी विकेट लेने की क्षमता रखते हैं. लेकिन कार्तिक जैसे दिग्गज के बयान से लगता है कि शायद टीम प्रबंधन भी अब उनसे एक स्पष्ट भूमिका की उम्मीद करेगा. अगर सुंदर को टीम में लंबे समय तक रहना है और प्रभावी प्रदर्शन करना है, तो शायद उन्हें अब अपने कौशल को एक दिशा में ज़्यादा मज़बूत करना होगा. यह उनके लिए एक मुश्किल चुनौती हो सकती है, लेकिन शायद यही उन्हें क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप में स्थापित होने में मदद करे.
आगे क्या? टीम इंडिया की रणनीति पर असर
यह सिर्फ वाशिंगटन सुंदर की बात नहीं है, बल्कि टीम इंडिया की ऑलराउंडर रणनीति पर भी इसका असर पड़ सकता है. अगर टेस्ट क्रिकेट में एक संपूर्ण ऑलराउंडर ढूंढना इतना मुश्किल है, तो टीम को शायद विशेषज्ञों पर ज़्यादा भरोसा करना होगा. कोलकाता की हार के बाद यह बयान काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि टीम को अपनी कमियों पर ध्यान देना होगा और मजबूत वापसी करनी होगी.
कुल मिलाकर, दिनेश कार्तिक के इस बयान ने वाशिंगटन सुंदर और भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. देखना यह होगा कि सुंदर इस चुनौती का कैसे सामना करते हैं और भविष्य में उनकी क्या भूमिका रहती है.
_399904474_100x75.png)
_749179200_100x75.png)


