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Up Kiran, Digital Desk: पूरे प्रदेश में जहाँ बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ दिन-रात एक कर के भी SIR फॉर्म का सौ फीसदी लक्ष्य नहीं पा रहे, वहीं अमेठी की एक दिव्यांग महिला ने सबके होश उड़ा दिए हैं।

तिलोई तहसील के संग्रामपुर गांव की रहने वाली राजरानी पैर से पूरी तरह दिव्यांग हैं। बिना सहारे के एक कदम भी नहीं चल सकतीं। घर की सारी जिम्मेदारी भी इन्हीं के कंधों पर है। फिर भी इन्होंने अपने बूथ नंबर 212 के 753 मतदाताओं का SIR फॉर्म तय डेडलाइन से पहले ही सौ फीसदी भरवा दिया। जनपद में सबसे पहली बीएलओ बन गईं जिन्होंने यह मुकाम हासिल किया।

राजरानी बताती हैं, “जिस दिन मुझे यह काम सौंपा गया मैंने सोचा यह देश का काम है। घर का सारा बोझ बेटी को सौंप दिया और बेटे का कंधा पकड़कर हर घर पहुंची। लोगों को समझाया और फॉर्म भरवाए।”

वो आगे कहती हैं, “कोई काम नामुमकिन नहीं होता अगर दिल से किया जाए। कुछ साथी बीएलओ काम के दबाव में गलत कदम उठा लेते हैं। ऐसा करने से घर उजड़ जाता है। हिम्मत रखो और मेहनत करो।”

इस शानदार काम को देखते हुए उपजिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने राजरानी को सम्मानित करने का फैसला किया है। SDM साहब खुद राजरानी और उनके पूरे परिवार को डिनर पर ले जाएंगे।

अमित सिंह ने कहा, “राजरानी ने जो किया वह हर किसी के लिए मिसाल है। दिव्यांगता को बहाना नहीं बनाया बल्कि देशहित में बेहतरीन काम किया। हम उन्हें सम्मान देकर प्रोत्साहित करना चाहते हैं।”