
Up Kiran, Digital Desk: नागपुर की रहने वाली दिव्या देशमुख ने FIDE महिला ग्रैंड स्विस 2023 में बेहतरीन खेल दिखाते हुए 10वें स्थान पर रहीं। यह उनकी असाधारण प्रतिभा और परिपक्व खेल का प्रमाण है, क्योंकि वह टूर्नामेंट में शीर्ष 10 में जगह बनाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी रहीं। यह उपलब्धि उन्हें 2025 में होने वाले प्रतिष्ठित FIDE महिला विश्व कप में खेलने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा।
इस शानदार प्रदर्शन के लिए दिव्या देशमुख ने $8,000 (लगभग 6.6 लाख रुपये) की पुरस्कार राशि जीती है। यह राशि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का फल है।
दिव्या पहले ही ग्रैंडमास्टर (GM) का खिताब हासिल कर चुकी हैं, जो उनकी कम उम्र में एक बड़ी उपलब्धि है और उन्हें भारतीय शतरंज की सबसे होनहार खिलाड़ियों में से एक बनाती है।
दिव्या का यह प्रदर्शन भारतीय शतरंज के भविष्य के लिए एक बड़ा संकेत है। वह भारत की अगली पीढ़ी की शतरंज प्रतिभाओं में से एक हैं और उनसे भविष्य में और भी बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद है। उनकी यात्रा कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है और यह दिखाती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और प्रतिभा के दम पर विश्व स्तर पर भी सफलता हासिल की जा सकती है।
भारतीय शतरंज संघ और खेल प्रेमियों को दिव्या से काफी उम्मीदें हैं। उनका महिला विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना भारतीय महिला शतरंज के लिए एक बड़ा बढ़ावा है और यह वैश्विक मंच पर देश का नाम और रोशन करेगा। दिव्या देशमुख निश्चित रूप से आने वाले समय में शतरंज की दुनिया में एक बड़ा नाम बनेंगी।
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