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एशियाई देशों भारत और पाकिस्तान में क्रिकेट एक धर्म की तरह है। इस धर्म के करोड़ों चाहने वाले हैं। जब दोनों देशों की राष्ट्रीय टीमें क्रिकेट के मैदान पर भिड़ती हैं तो दुनिया भर का ध्यान मैच पर जाता है। ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप 2024 शुरू हो चुका है। चिर-प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान 9 जून को टूर्नामेंट में भिड़ेंगे। एक मैच को छोड़कर पाकिस्तान विश्व कप में भारत से जीत नहीं सका। पाकिस्तान के विरूद्ध भारत का पलड़ा हमेशा भारी रहा है। दरअसल, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि इस साल भी टीम इंडिया का दबदबा कायम रहेगा।

पाकिस्तान टीम इस समय इंग्लैंड के विरूद्ध ट्वेंटी-20 सीरीज खेल रही है। इससे पहले पड़ोसियों ने वर्ल्ड कप के लिए आयरलैंड के विरूद्ध और न्यूजीलैंड की नई टीम के विरूद्ध तैयारी की थी। मौजूदा ट्वेंटी-20 सीरीज के कारण पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच कोई अभ्यास मैच नहीं है। वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम के खिलाड़ी आईपीएल खेलने के बाद अमेरिका चले गए हैं।

दिलचस्प बात ये है कि रिंकू सिंह को छोड़कर विश्व कप टीम का कोई भी दिग्गज खिलाड़ी आईपीएल फाइनल का हिस्सा नहीं था, इसलिए उन्हें पर्याप्त आराम मिला। आईपीएल से पहले टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर अफगानिस्तान के विरूद्ध सीरीज खेली थी। इस सीरीज से रोहित शर्मा और विराट कोहली की लंबे समय बाद क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में वापसी हुई।

9 तारीख को रोमांच

पिछले ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली की लाजवाब पारी ने पाकिस्तान के होश उड़ा दिए थे। भारत ने आखिरी ओवर तक मैच जीतकर पड़ोसियों के होश उड़ा दिए थे। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि टीम इंडिया 9 तारीख को न्यूयॉर्क की धरती पर पाकिस्तान को हरा देगी। पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास स्पिनरों की अच्छी लाइनअप है जिसे टीम इंडिया का मजबूत पक्ष कहा जा सकता है। पाकिस्तान की टीम खासतौर पर अपने तेज गेंदबाजों के लिए जानी जाती है। हारिस रऊफ, शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और मोहम्मद आमिर चार गेंदबाज हैं जो विश्व कप टीम में शामिल हो सकते हैं। स्पिनर के तौर पर शादाब खान और इफ्तिखार अहमद विकल्प हैं।

जानें कैसा है पाकिस्तानी टीम का हाल

लेकिन, पिछले कुछ समय से पाकिस्तानी गेंदबाज संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि शाहीन अफरीदी विकेट लेने में सफल रहे लेकिन उनका प्रभाव ज्यादा देखने को नहीं मिला। हारिस रऊफ की चल रही धुलाई। जिसमें उनकी चोटों ने उन्हें लंबे समय के लिए क्रिकेट से दूर कर दिया। हालांकि नसीम शाह अपनी चोट से उबर चुके हैं, लेकिन अभी तक वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। सिर्फ एक सीरीज के बाद अफरीदी की कप्तानी से छुट्टी और बाबर की कप्तानी में वापसी। कुल मिलाकर पाकिस्तानी टीम का संतुलन बिगड़ता नजर आ रहा है।

पिछले कुछ दिनों से टीम पर इसी बात का असर पड़ रहा है। जहां न्यूजीलैंड के सीनियर खिलाड़ी आईपीएल में व्यस्त थे, वहीं उनकी नई टीम ने पाकिस्तान को घरेलू मैदान पर कड़ी टक्कर दी। पड़ोसी देश घरेलू सरजमीं पर सीरीज जीतने में नाकाम रहे। वहीं आयरलैंड ने भी पहले ट्वेंटी-20 मैच में बाबर आजम की टीम को हराकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया।

इस बीच पाकिस्तान के मुकाबले भारतीय टीम फिलहाल मजबूत स्थिति में है। यशस्वी जयसवाल और विराट कोहली ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया। यशस्वी ने मुंबई के विरूद्ध शतक लगाया, जबकि विराट कोहली ने ऑरेंज कैप जीती। सूर्यकुमार यादव भी अच्छी लय में खेल रहे हैं। हार्दिक पंड्या की फॉर्म चिंता का विषय है। साथ ही, आईपीएल में जसप्रीत बुमराह को छोड़कर भारत के सभी तेज गेंदबाज संघर्ष करते नजर आए। हालांकि, कुलदीप यादव, रवींद्र जड़ेजा और अक्षर पटेल जैसे स्पिनर निर्णायक हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि न्यूयॉर्क जैसी नई पिच से स्पिनरों को मदद मिलेगी।

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