
Up Kiran, Digital Desk: शादियों का सीजन चल रहा है, लोग खरीदारी करते हैं, लेकिन लगता है ऑटो इंडस्ट्री के लिए अप्रैल का महीना कुछ खास अच्छा नहीं रहा। देश की चार बड़ी कार कंपनियों में से तीन की बिक्री अप्रैल में गिरी है। ऐसा लग रहा है कि बढ़ती महंगाई, महंगी होती कारें और शायद लोगों की जेब पर बढ़ते बोझ के कारण लोग नई कार खरीदने का प्लान आगे बढ़ा रहे हैं, खासकर छोटी और सस्ती कारों का। हालांकि, एक सेगमेंट है जो अब भी धूम मचा रहा है - वो है SUV!
छोटी कारों की बिक्री धड़ाम
सबसे तगड़ा झटका लगा है छोटी, कम तेल पीने वाली 'मिनी' कारों को। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी की ऑल्टो और एस-प्रेसो जैसी छोटी कारों की बिक्री में करीब 45% की भारी गिरावट आई है। कंपनी ने अप्रैल में डीलरों को सिर्फ 6,332 ऐसी कारें भेजीं, जबकि पिछले साल इसी महीने यह आंकड़ा 11,519 था। इतना ही नहीं, इन कारों का प्रोडक्शन भी कम हुआ है। इस साल अप्रैल में केवल 9,714 मिनी कारें बनीं, जबकि पिछले साल 13,702 बनी थीं।
निर्माताओं की बढ़ी चिंता
मारुति के चेयरमैन, आर.सी. भार्गव, ने इस पर चिंता जताते हुए कहा, "छोटी कारों की बिक्री लगातार गिर रही है। देश में कारें अभी भी बहुत कम लोगों के पास हैं, फिर भी बाजार सिर्फ 2-3% की धीमी रफ्तार से बढ़ रहा है, ये चिंता की बात है।" उन्होंने साफ कहा कि छोटी कारें अब उन लोगों के लिए भी महंगी हो गई हैं, जो पहले इन्हें आसानी से खरीद लेते थे। उनका मानना है कि जब तक हालात नहीं बदलते, बाजार में रौनक लौटना मुश्किल है। उन्होंने बताया कि इस साल छोटी कारों की बिक्री कुल मिलाकर 9% तक गिरी है।
SUV का जलवा कायम, महिंद्रा ने मारी बाजी
लेकिन जहाँ छोटी कारें संघर्ष कर रही हैं, वहीं SUV गाड़ियों का जलवा कायम है। महिंद्रा एंड महिंद्रा की SUV बिक्री में अप्रैल में 28% का शानदार उछाल आया है। उनकी नई लॉन्च हुई महिंद्रा XUV 3X0 और आने वाली फाइव-डोर थार जैसी गाड़ियों की ज़बरदस्त मांग देखने को मिल रही है।
इस शानदार प्रदर्शन के दम पर महिंद्रा ने हुंडई और टाटा मोटर्स जैसी दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी का ताज पहन लिया है। खास बात ये है कि महिंद्रा सिर्फ SUV और कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट पर ही फोकस कर रही है, उनके पास कोई सेडान या हैचबैक कार नहीं है। और उनकी यह रणनीति साफ तौर पर काम कर रही है, जबकि मारुति अपनी छोटी कारों की गिरती बिक्री से परेशान है।
कुल मिलाकर, अप्रैल का महीना दिखाता है कि भारतीय कार बाजार में ग्राहकों का रुझान बदल रहा है। महंगाई के दौर में लोग या तो खरीदारी टाल रहे हैं या फिर सीधे SUV जैसे बड़े सेगमेंट की ओर जा रहे हैं, जिससे छोटी कारों का बाजार सिकुड़ रहा है।
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