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Up Kiran, Digital Desk: तकनीक की दुनिया (Technology World) में एलोन मस्क (Elon Musk) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के भविष्य को लेकर बहसें लगातार चलती रहती हैं। मस्क अब एक बार फिर अपनी बेबाक राय के साथ सामने आए हैं और इस बार उनके निशाने पर है दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली एआई कंपनी, ओपनएआई (OpenAI)।

मस्क ने ओपनएआई (OpenAI) के उस कदम पर सख्त नाराज़गी (Criticizes) ज़ाहिर की है, जिसके तहत कंपनी अपनी 'गैर-लाभकारी' (Non-Profit) नींव से मुनाफे (Profit) की ओर चली गई। उनका कहना है कि इस बदलाव ने AI टेक्नोलॉजी (AI Technology) की सही भावना और मकसद को चोट पहुंचाई है।

मस्क को क्यों लगा यह धोखा: एलोन मस्क खुद ओपनएआई के संस्थापकों में से एक रहे हैं। उनका यह सपना था कि AI का विकास किसी एक कंपनी या पैसे के लालच से दूर होकर 'मानव भलाई' (Humanity) के लिए किया जाए, इसलिए इस कंपनी को गैर-लाभकारी संगठन के तौर पर शुरू किया गया था।

मस्क का मुख्य तर्क यही है कि जब एक तकनीकी कंपनी पूरी तरह से मुनाफ़े की दौड़ में शामिल हो जाती है, तो उसके फैसले पैसे पर केंद्रित हो जाते हैं। तब:

वह 'सबसे तेज़' AI बनाने पर ज़ोर देगी, भले ही उसकी सुरक्षा (Security) से समझौता करना पड़े।

मानवता की भलाई जैसे बड़े लक्ष्यों की जगह, उसे 'अधिक लाभ' और बाज़ार पर कब्ज़ा करने की फिक्र होगी।

मस्क ने यह भी चिंता जताई कि अब ओपनएआई कुछ बड़ी टेक कंपनियों (Tech Giants) की प्रतिस्पर्धा में शामिल हो गई है, जिससे इसका लक्ष्य भटक गया है। वह मानते हैं कि एआई का विकास बहुत बड़ा मुद्दा है और इसे किसी एक बिज़नेस मॉडल या कमाई (Revenue) के हिसाब से नियंत्रित नहीं करना चाहिए।

आगामी टेक इंडस्ट्री का बड़ा सवाल: एलोन मस्क ने अपने इस बयान (Statement) से एक बार फिर पूरे टेक इंडस्ट्री में एक गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है: क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का भविष्य एक व्यापारिक सौदा (Business Deal) बनकर रह जाएगा, या क्या यह इंसानों की सेवा और सुरक्षा को प्राथमिकता देगा? अब ओपनएआई और उनके बोर्ड (Board) को इस बात का जवाब देना होगा कि वह मस्क के इन सवालों पर क्या सोचते हैं।