img

Up Kiran, Digital Desk: ऑपरेशन सिंदूर को लीड करने में अहम भूमिका निभाने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी (Sofia Qureshi) एक प्रेरणादायी और सशक्त व्यक्तित्व की मिसाल हैं जो अब मोदी सरकार की 11वीं वर्षगांठ के जश्न का एक प्रमुख चेहरा होंगी। भाजपा की अल्पसंख्यक शाखा द्वारा उन्हें ‘पोस्टर गर्ल’ के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा एक ऐसी प्रतीकात्मक छवि जो अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के आत्मविश्वास, देशभक्ति और सशक्तिकरण की कहानियों को आगे लाने का कार्य करेगी।

इस अभियान में विशेष ध्यान अल्पसंख्यक महिलाओं पर केंद्रित रहेगा उन आवाज़ों पर जो अक्सर सामाजिक और सांस्कृतिक परिधियों में खो जाती हैं पर जिनमें अथाह शक्ति और संभावनाएं निहित हैं।

जमाल सिद्दीकी के नेतृत्व में भाजपा की अल्पसंख्यक शाखा ने एक अनूठा कार्यक्रम तैयार किया है जिसमें देश की विविध धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत मस्जिदों, दरगाहों, चर्चों और गुरुद्वारों  के बाहर चौपालें (सामुदायिक सभाएं) आयोजित की जाएंगी। इन चौपालों का मकसद है संवाद की उस डोर को फिर से बुनना जो अक्सर राजनीति की शोरगुल में उलझ जाती है।

सिद्दीकी ने मीडिया को बताया कि पहली चौपाल 9 जून को राष्ट्रीय राजधानी के शाहीन बाग में आयोजित की जाएगी। ये वही शाहीन बाग है जो दिसंबर 2019 से मार्च 2020 के बीच देशभर में एक प्रतीक बनकर उभरा था जहाँ हिजाब पहने बुज़ुर्ग महिलाओं से लेकर स्कूल जाती बच्चियों तक ने नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिरोध की अलख जगाई थी। अब उसी स्थल को चुना गया है ताकि यह सन्देश दिया जा सके कि सरकार अब संवाद समावेशन और संवेदनशीलता के साथ अल्पसंख्यक महिलाओं तक पहुँचने का प्रयास कर रही है।

--Advertisement--