
Up Kiran, Digital Desk: शिमला हिमाचल प्रदेश के आलू उत्पादक किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने ऊना जिले में एक आलू प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने का फैसला किया है, जिससे किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिल सकेगा।
कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इस प्लांट के लगने से ऊना, कांगड़ा, हमीरपुर और बिलासपुर जिलों के किसानों को सबसे ज़्यादा फायदा होगा। अभी तक इन किसानों को अपनी आलू की फसल बेचने के लिए पंजाब की मंडियों पर निर्भर रहना पड़ता था, जहां अक्सर उन्हें सही दाम नहीं मिल पाते थे।
इस यूनिट के शुरू होने के बाद, किसान अपनी फसल को स्थानीय स्तर पर ही बेच सकेंगे और उन्हें लाभकारी मूल्य मिलेगा। इस प्लांट में आलू से सिर्फ चिप्स ही नहीं, बल्कि फ्रेंच फ्राइज, पाउडर, स्टार्च और अन्य कई तरह के उत्पाद तैयार किए जाएंगे, जिससे आलू का मूल्य संवर्धन (value addition) होगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य खेती को एक लाभदायक व्यवसाय बनाना है और यह प्लांट इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्लांट न केवल किसानों की आय बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा, जिससे पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
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