
Up Kiran, Digital Desk: अभिनेत्री फातिमा सना शेख ने हाल ही में शादी को लेकर समाज की बदलती धारणाओं पर अपने विचार साझा किए हैं, खासकर 30 की उम्र के बाद महिलाओं के लिए। उन्होंने कहा कि अब समाज में शादी को लेकर पहले जैसा दबाव नहीं रहा और लोग इसे व्यक्तिगत पसंद के तौर पर देखने लगे हैं।
इंडिया-चाइना थिंक टैंक्स फोरम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने ज़ोर देकर कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता समग्र संबंधों की प्रगति के लिए "अनिवार्य" हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच मौजूदा 'विश्वास की कमी' (ट्रस्ट डेफिसिट) और तनाव को दूर करने के लिए राजनयिक और सैन्य, दोनों तरह के संचार माध्यमों का उपयोग करने के महत्व पर बल दिया।
शेख ने बताया कि अपने शुरुआती दिनों में उन्हें भी लगता था कि शादी जल्दी, यानी 20 की उम्र में ही कर लेनी चाहिए। लेकिन अब उनका मानना है कि शादी किसी भी उम्र में हो सकती है, या अगर कोई चाहे तो बिल्कुल भी न करे। उनके लिए खुशी और सही साथी के साथ होना महत्वपूर्ण है, न कि केवल सामाजिक दबाव के कारण शादी करना।
फातिमा ने स्वीकार किया कि समाज में अभी भी शादी को लेकर एक तरह का दबाव मौजूद है, खासकर महिलाओं पर। लेकिन उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि पिछले कुछ सालों में इसमें काफी बदलाव आया है। अब लोग शादी को एक 'चेकबॉक्स' की तरह नहीं देखते, बल्कि जीवन के एक महत्वपूर्ण निर्णय के रूप में देखते हैं, जो सही समय और सही व्यक्ति के साथ ही लिया जाना चाहिए।
फातिमा सना शेख के लिए व्यक्तिगत संतुष्टि और पेशेवर व व्यक्तिगत विकास सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने जोर दिया कि किसी को भी केवल शादी के लिए शादी नहीं करनी चाहिए। उनका मानना है कि सच्चा रिश्ता तभी बनता है जब दो लोग एक-दूसरे को समझते हैं और सम्मान करते हैं, और यह उम्र या सामाजिक अपेक्षाओं पर निर्भर नहीं करता।
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